आज षोडश बिहार विधानसभा के त्रयोदश सत्र का शुभारंभ करते हुए विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सभी विधायकों से अनुरोध किया कि जनहित का मामला ज्यादा से ज्यादा उठायें। 2019-20 के आय-व्यय के कुल 21 बैठके होंगी।
नीतियों के निर्माण में व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु जनता द्वारा चुने गये जनप्रतिनिधि ही सरकार गठन एवं इसके द्वारा नीतियों के निर्माण के लिए जिम्मेवार होते है। बहुमत द्वारा निर्णय लिया जाना एक क्रियाविधि है तब अपनायी जाती है जब मतभेद दूर करने में सभी उपाय असफल हो जाते हैं। वैसी परिसिथति में बहुमत के निर्णय से ही कानून एवं नीतियों का निर्माण होता है।
आपको जानकारी के लिए वर्तमान सत्र बहुत लम्बा है इसलिए आप तमाम सदस्य बिहार की जनता के हित में मुद्दों के साथ-साथ अपने संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में जाककर उसका निराकरण की संभावनाओं पर विमर्श करने के लिए पर्याप्त अवसर होंगे। इस अवसर का सार्थक उपयोग करके जनता के समस्या का निराकरण कर जनतंंत्र की खूबसूरती भी बढ़ायेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि विधानसभा का सत्र शांतिपूर्ण ढंग से चले और अपने क्षेत्र की समस्या को उठायें। इसके बाद मुजफ्पुरपुर में नौनिहालों के मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। विधानसभा सत्र के पहल शोक प्रकाश आयोजित की गयी, जिसमें स्व. रमणिका गुप्ता, स्व. युमना प्रसाद राम, स्व. रामलाल सिंह, स्व. संजय कुमार, स्व. अम्बिका प्रसाद, स्व. महेश पावान, स्व. महेन्द्र बैठा, स्व. नीता चौधरी, स्व. मनोहर परिकर, स्व. गिरिश कनार, स्व. विश्नाथ प्रसाद विश्वकर्मा, शोक संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि बिहार में कुछ जिलों में एमएएस चमकी बुखार से बच्चों की असामयिक मृत्यु हो गयी है। मृतक बच्चों की सर्वाधिक बच्चों है। इस मृत्यु पर हम सभी अत्यंत दुखी है। पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी का प्रकोप से लू लगने के कारण पूरे बिहार में आकसमिक मृत्यु हो गयी है। मृतकों में पुरूष, महिला एवं बच्चे शामिल हैं। इस प्रकोप से मगध क्षेत्र में सर्वाधिक मृत्यु हुई है। लोगों को असामयिक मृत्यु से हम सभी अत्यंत मर्माहित हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हॅू कि दिवंगत आत्माओं को चिर शांति प्रदान करे तथा शोक संतप्त परिवार को भी शक्ति प्रदान करे।