पटना : उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आर्थिक आधार पर रिजर्वेशन देने का बिल उन सभी जातियों को सरकारी नौकरी और शिक्षा में अवसर पाने का मौका देने के लिए लाया गया है, जो जातियां एससी-एसटी और ओबीसी में नहीं आतीं। पहले से जो आरक्षण व्यवस्था है, उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। जिस विधेयक में धर्म, जाति की सीमा से ऊपर उठकर गरीब की मदद करने की मंशा साफ है, उसका भी विरोध कर राजद ने अपना समरसता विरोधी चेहरा उजागर कर दिया। लालू प्रसाद बतायें कि क्या गरीब सवर्णों को इज्जत से जीने का हक नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि बिहार में केवल एक- दो जातियों के बल पर लोकसभा चुनाव में चंद सीटें हासिल करने वाले राजद ने इतनी भी मर्यादा नहीं दिखायी कि वे अपने आधार वोटरों के लिए 50 फीसद से अधिक आरक्षण की मांग करने से पहले गरीब सवर्णों और अल्पसंख्यकों को मिलने वाले 10 फीसद रिजर्वेशन का समर्थन कर देते। सबका साथ-सबका विकास की नीति में बाधक बनने वाले लोग केवल एक परिवार की बेनामी सम्पत्ति बढ़ाने-बचाने की राजनीति कर रहे हैं।