पश्चिम बंगाल के चुनावी मैदान में उतरने के लिए बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ सांठ-गांठ करने की कोशिश में लगी हुई है। आरजेडी प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी और राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी के साथ गठबंधन पर बातचीत के लिए कोलकाता में हैं।
रजक ने कहा, “हम साथ मिलकर बंगाल चुनाव लड़ने के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे।” सिद्दीकी और रजक कोलकाता में बनर्जी से चर्चा करने से पहले उनकी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पटना से फोन पर बताया कि पार्टी बंगाल-बिहार सीमा पर स्थित कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना तलाश रही है।
हालांकि उन्होंने उन सीटों की संख्या नहीं बताई जिन पर आरजेडी चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बनर्जी के आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और पार्टी बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष के हाथों को मजबूत करना चाहती है। प्रवक्ता ने कहा कि आरजेडी का प्राथमिक लक्ष्य पश्चिम बंगाल में “सांप्रदायिक” बीजेपी के प्रभाव को रोकना और ममता बनर्जी के नेतृत्व में धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करना है।
आरजेडी की नजर बिहार-पश्चिम बंगाल सीमा पर कुछ सीटों पर है जहां हिंदी भाषी मतदाताओं की अच्छी खासी आबादी रहती है। आरजेडी का वाम मोर्चा के शासन काल में 2006 से 2011 के बीच पश्चिम बंगाल में एक विधायक था।