बिहार विधानसभा के चुनावी माहौल के बीच सभी पार्टियों के नेता बिहार के वोटर्स को अपनी तरफ करने के लिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। हाल ही में राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने सीएम नीतीश कुमार से विकास के दावों पर सवाल पूछे। शिवानंद ने नीतीश से पूछा है कि यह कैसा विकास है। नीति आयोग ने वर्ष 2017 में देश के सर्वाधिक पिछड़े जिलों की एक सूची बनाई थी।
शिवानंद ने बताया कि आयोग ने पिछड़ेपन की 4 कसौटियां तय की हैं। पहली कसौटी है गरीबी, दूसरी शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ापन, तीसरी है स्वास्थ्य व्यवस्था की बुरी हालत और चौथी कसौटी है मूलभूत सुविधाओं का नितांत अभाव। आयोग ने देशभर के ऐसे 117 जिले चयन किए हैं, उस सूची में बिहार के 38 जिलों में 13 जिले शामिल हैं। शिवानंद ने कहा कि अब आप ही बताइए बिहार के 13 जिलों को जब नीति आयोग ही देश के सर्वाधिक पिछड़े जिलों में शुमार कर रहा है तो आप किस मुंह से विकास का दावा कर रहे हैं।
बता दें कि नीति आयोग देश के तमाम जिलों में विकास का आकलन करने के लिए कुछ कसौटियां बनाता है। इन्ही कसौटी के आधार पर जिलों के विकास की सूची बनती है। शिवानंद ने कहा कि वर्ष 2018 की जो सूची बनी थी, उसमें ऊपर के 20 जिलों में बिहार का कोई जिला शामिल नहीं था। लेकिन सबसे नीचे के 20 जिलों में बिहार के 5 जिले अवश्य शामिल थे। यही है बिहार के विकास की हकीकत, जिसका शोर मचाकर आप बिहार में ध्वनि प्रदूषण फैला रहे हैं।