बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को नीतीश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह भले ही विपक्ष में हों, लेकिन चुनाव के समय किया गया वादा 'पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई' के सिद्धांत पर काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आरजेडी 23 से 30 जनवरी तक किसान जागरूक सप्ताह मनाएगा और महागठबंधन में शामिल सभी दलों के लोग तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ 30 जनवरी को राज्य में मानव श्रृंखला बनाएंगे।
आरजेडी नेता ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर किसानों और मजदूरों के प्रति डबल इंजन की सरकार का यही व्यवहार रहा तो ये मजदूर और किसान भिखारी बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि 30 जनवरी को पंचायत स्तर तक मानव श्रृंखला बनाया जाएगा और उसमें महागठबंधन के सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता भाग लेंगे।
तेजस्वी ने कहा, "काले कृषि कानूनों के खिलाफ हम 30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाएंगे। 24 जनवरी से किसान जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा। मानव श्रृंखला में शामिल लोग काले कानून के खिलाफ एक मुट्ठी मिट्टी उठाकर संकल्प लेंगे।" तेजस्वी ने कहा, "बिहार में नीतीश कुमार 2006 में मंडी समाप्त कर किसानों की परेशानी पहले ही बढ़ा चुके हैं, अब ऊपर से काले कानून भी आ गए हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हमलोग भले ही जबरदस्ती हराए गए हों, लेकिन चुनाव के समय हमारा जो संकल्प था, वो रहेगा। सुनवाई और कार्रवाई जारी रहेगी। पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई के सिद्धांत पर काम आगे बढ़ेगा।"तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री थके हुए हैं, इनसे अब बिहार नहीं संभल रहा है। ये बिहार के किसानों को मजदूर बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो सही नहीं है।