राजद नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। यहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को भोजन और रुपए बांटे। इस दौरान तेजस्वी नीतीश सरकार पर हमला करना नहीं भूले। उन्होंने संकट के समय मुख्यमंत्री पर गायब रहने का आरोप लगते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार संकट के इस समय में लोगों की मदद नहीं कर रहे हैं।
दरभंगा में तेजस्वी यादव ने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की। तेजस्वी ने प्रभावित लोगों को भोजन बांटा और उनका हालचाल पूछा। उन्होंने कहा “सीएम नीतीश कुमार अदृश्य हो गए हैं। राज्य में स्थिति बदतर हो गई है फिर चाहे वह कोरोना वायरस, कानून व्यवस्था या बाढ़ हो।”
राजद ने ट्वीट करते हुए लिखा, दरभंगा में बाढ़ पीड़ितों के बीच भोजन वितरण करते माननीय नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव। मुख्यमंत्री और उनके मंत्री सभी अपने घरों में दुबके बैठे है। लोग कोरोना और बाढ़ से त्रस्त है। लोग कोरोना ही नहीं भूख से भी मर रहे है। तेजस्वी जी ग़रीबों के बीच दुःख-दर्द बाँटने पहुँचे।
दरभंगा में बाढ़ पीड़ितों के बीच भोजन वितरण करते माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री @yadavtejashwi जी। मुख्यमंत्री और उनके मंत्री सभी अपने घरों में दुबके बैठे है। लोग कोरोना और बाढ़ से त्रस्त है। लोग कोरोना ही नहीं भूख से भी मर रहे है। तेजस्वी जी ग़रीबों के बीच दुःख-दर्द बाँटने पहुँचे। pic.twitter.com/p0EqfePyZR
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) July 22, 2020
बिहार की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। निचले इलाकों में पानी पहुंचने के बाद लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। राज्य में बाढ़ से अब तक आठ जिलों की चार लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है।
बुधवार को बागमती नदी अपने रौद्र रूप में है। बागमती सीतामढ़ी के ढेंग, सोनाखान, डूबाधार, चंदौली तथा कटौंझा और मुजफ्फरपुर के बेनीबाद और दरभंगा के हायाघाट में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर, समस्तीपुर के रोसरा रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
इधर, ललबकैया पूर्वी चंपारण में, जबकि कमला बलान जयनगर व झंझारपुर में तथा महानंदा पूर्णिया के ढेंगराघाट में खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं हैं। कोसी का जलस्तर वीरपुर बैराज के पास बुधवार को सुबह छह बजे 2.38 लाख क्यूसेक था, जो आठ बजे 2़12 लाख क्यूसेक हो गया। गंडक नदी का जलस्राव बाल्मीकिनगर बैराज के पास सुबह आठ बजे 3.24 लाख क्यूसेक बना हुआ है।
गंडक में जलस्तर में वृद्घि होने के बाद कई नए क्षेत्रों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। गोपालगंज के चार प्रखंड बाढ़ की पानी से घिरे हुए हैं। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के आठ जिले सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज एवं पूर्वी चम्पारण के कुल 34 प्रखंडों की 217 पंचायतों के 4़13 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। बाढ़ में फंसे लोगों के राहत और बचाव का कार्य जारी है। सुपौल में दो और गोपालगंज में तीन राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां कुल 1,075 लोग रह रहे हैं।