मोदी कैबिनेट में हुए फेरबदल और विस्तार में बिहार से दो सांसदों को शामिल किया गया है। आरा से बीजेपी सांसद राजकुमार सिंह और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिली है। जेडीयू के कैबिनेट में शामिल होने और सिर्फ एक मंत्री पद मिलने पर आरजेडी ने तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार को "यू-टर्न" नेता बताया है।
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने गुरुवार को कहा कि नीतीश कुमार की पहचान 'यू-टर्न' नेता के रूप में होती है। उन्होंने कहा कि जदयू ने एक बार फिर पलटीमार राजनीति की है। जदयू आज बीजेपी के सामने नतमस्तक हो गई है। आरजेडी नेता तिवारी ने कहा कि 2019 की परिस्थितियां आज भी हैं। उस समय नीतीश कुमार ने बीजेपी से अनुपात के मुताबिक मंत्री पद की मांग की थी। उस समय एक मंत्री पद पर जेडीयू नहीं मानी थी।
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उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "आज आखिर कौन सी परिस्थितियां बदली जो बीजेपी के सामने नीतीश कुमार ने घुटने टेक दिए। एक मंत्री पद पर राजी हो गए।" मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार ने इस मामले को लेकर सांसद ललन सिंह तक को धोखे में रखा। कई नेताओं को 'गच्चा' दे दिए।
उन्होंने कहा, "ऐसी क्या परिस्थिति हुई कि केवल एक ही मंत्री पद से संतोष कर लिया। जदयू अब पूरी तरह से जातिवाद और बीजेपी के सामने नतमस्तक हो चुकी है।" उल्लेखनीय है कि जेडीयू कोटे से सिर्फ रामचंद्र प्रसाद सिंह को मंत्री बनाया गया है। वह फिलहाल पार्टी के अध्यक्ष भी हैं।
रामचंद्र प्रसाद सिंह यूपी कैडर में 1984 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। नालंदा जिले के मुस्तफापुर गांव के मूल निवासी आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उनके रेल मंत्रित्व काल से ही सचिव के रूप में कार्यरत रहे हैं। 2005 से 2010 तक राज्यसभा सदस्य होने तक वे मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद पर रहे।