बिहार के जुमई में लव जिहाद का मामला सामने आया है। जिले के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के दीननगर गांव में कुछ युवकों ने दलित समुदाय की लड़की को प्यार के जाल में फंसा कर धर्मांतरण करवाने के बाद जबरन उससे शादी रचा कर ली। मामला सामने आने के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है। मामले में नाबालिग पीड़िता के परिजनों ने चंद्रदीप थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
आरोप है कि चंद्रदीप थाना क्षेत्र के दीननगर गांव में कुछ हथियार बंद युवकों ने एक दलित समुदाय की 13 साल की नाबालिग लड़की को अगवा किया। आरोपियों ने पहले उसका शारीरिक शोषण किया फिर रविवार की रात गांव में उसका धर्मांतरण किया। घटना के सामने आते ही इलाके में तनाव का माहौल पैदा हो गया।
शिकायत में पीड़िता के पिता ने कहा कि गांव के ही कुछ युवकों ने उनकी 13 वर्षीय बेटी को 23 मई को उस समय अगवा कर लिया जब वह शौच के लिए बाहर निकली थी। जब बेटी वापस लौट कर घर नहीं आई तो उन लोगों ने अपने स्तर से पता किया लेकिन कुछ पता नहीं चला। 30 मई को पता चला कि उनकी नाबालिग पुत्री का अपहरण कर गांव के ही एक लड़के ने कर लिया और धर्मान्तरण कराने के बाद शादी कर ली।
पिता के अनुसार, जब वे अपनी बेटी से मिलने गए तो आरोपियों ने जातिसूचक गाली दी और भगा दिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने इस बात की शिकायत थाने में या कहीं और करने पर जान से मारने की धमकी दी। दूसरे दिन उनके घर पर आकर फायरिंग करते हुए आरोपी ने कहा कि तुम शिकायत करते हो, तुम्हारी अगल बगल की सभी लड़की को उठा लेंगे।
जमुई के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि यह मामला प्रेम प्रसंग का है। जिसमें एक धर्म विशेष समुदाय के एक लड़के ने गांव दीननगर की रहने वाली एक नाबालिग अनुसूचित जाति की लड़की से निकाह कर लिया। लड़की नाबालिग है और यह शादी पूरी तरीके से वैध नहीं है।
मामले में एसडीपीओ डॉ राकेश कुमार ने थानाध्यक्ष आशीष कुमार को निर्देश दिया कि गांव जाकर मामले की तहकीकात कर उचित कार्रवाई करें। एसडीपीओ ने कहा कि बिहार में धर्म परिवर्तन से संबंधित कोई कानून लागू नहीं है। लेकिन, जो भी अपराध हुआ है उसके अनुसार आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।