बिहार विधानसभा चुनाव में तीन चरणों में होने वाले मतदान में पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है जबकि दूसरे चरण के तहत 3 नवंबर को मतदान होना है। वहीं सभी पार्टियों के तरफ से चुनावी सरगर्मी और बयानबाजी तेज है। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मुझे बिलकुल भी आश्चर्य नहीं होगा यदि राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को भाजपा की एक शाखा बताया।
शिवसेना सांसद ने कहा कि “बिना किसी सहारे के एक युवक, जिसके परिवार के सदस्य जेल में हैं और सीबीआई और आईटी विभाग उसके पीछे है वो बिहार में सभी को चुनौती दे रहा है। अगर तेजस्वी यादव कल बिहार के सीएम बन गए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।”
उन्होंने कहा कि “मैं उस लड़के (तेजस्वी यादव) को बहुत साल से फॉलो कर रहा हूं, बहुत लोग मानते थे कि इस चुनाव में वो कमजोर कड़ी है लेकिन वो एक बहुत मजबूत कड़ी उभर कर सामने आया है। और राज्यों में बड़े नेताओं के जो लड़के राजनीति में आए हैं उनसे सबसे सुपर तेजस्वी है।”
बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के कोरोना वैक्सीन के वादे को चुनावी उल्लंघन नहीं मानने वाले आयोग के बयान पर संजय राउत ने कहा कि “भारत का चुनाव आयोग भाजपा की एक शाखा है इसलिए आप उनसे कुछ और उम्मीद नहीं कर सकते।”
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के मुंगेर जिले में हुई हिंसक घटना हिंदुत्व पर एक हमला है। पार्टी ने राज्य सरकार से पूछा कि इस मुद्दे पर वह चुप्पी क्यों साधे हुए है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, “मां दुर्गा के मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा के बाद पुलिस फायरिंग में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई..यह बिहार में सीधे हिंदत्व पर प्रहार है। लेकिन राज्य सरकार इस मामले पर आखिर क्या कर रही है?”
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का नाम लिए बिना ही उनपर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि वह क्यों नहीं बिहार सरकार, जिसमें भाजपा भी शामिल है, को यह पूछते हैं कि क्या वह अपना हिंदूत्व भूल गई है और धर्मनिरपेक्ष हो गई है? पार्टी ने अपने मुखपत्र, ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ में बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा। पार्टी ने कहा कि बिहार में जंगल राज है, जहां पुलिस चुनाव के दौरान हिंदू त्यौहार में हिंदुओं पर गोली चलाती है।