समय बलवान होता है। हमें सभी शुभ फल की प्राप्ति होती है तथा किसी समय हमारे लिए निराशा का भी क्षण होता है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से आने वाला समय सिर्फ भारत के लिए ही नहीं अपितु लगभग पूरे संसार के लिए ही भय, अशांति व युद्ध जैसा माहौल उत्पन्न करने वाला तथा प्राकृतिक प्रकोपों से विचलित करने वाला हो सकता है। इस ज्वलंत सन्दर्भित विषय के सम्बन्ध में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केन्द्र, बिहार के संस्थापक दैवज्ञपंo आरo केo चौधरी, “बाबा-भागलपुर”, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने ज्योतिषीय परिप्रेक्ष्य में सुगमतापूर्वक बतलाया कि:- आकाशीय ग्रह परिवर्तन तथा ग्रहों की स्थिति के फलस्वरूप पाप ग्रहों की युति सम्बन्ध लम्बी अवधि के लिए बन रही है, जो देश और दुनिया के लिए अत्यंत प्रतिकूल और कष्टदायक है।
07 मार्च 2019 से 26 जनवरी 2020 तक धनु राशि में शनि-केतु की युति सम्बन्ध तथा 07 मई 2019 से 22 जून 2019 तक मिथुन राशि में राहु-मंगल की युति सम्बन्ध के फलस्वरूप मार्च 2019 से जनवरी 2020 की अवधि हमारे देश भारत सहित दुनिया के लिए अत्यंत प्रतिकूल, कष्टदायक और दुःखपूर्ण होने के आसार हैं। भारत-पाकिस्तान, पश्चिमी देशों यथा युरोप, अमेरिका तथा खाड़ी देशों में कुप्रभाव विशेष रूप से रहेगा और इन देशों में युद्ध होने के आसार भी हैं।
उक्त वर्णित अवधि के दौरान प्राकृतिक आपदा (विशेषकर भूकम्प) व अन्य कई वजहों से विनाशकारी समय रह सकता है। भारतीय सीमा पर तनाव, अचानक सुनियोजित हमला, वरिष्ठ राजनेताओं के जीवन मे बाधा, भ्रान्ति व दुःखद सामाचार तथा आकस्मिक दुर्घटनाएँ, राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर दु:खद समाचार प्राप्ति की प्रबल सम्भावनायें हैं। शेयर बाजार में बड़ा उलटफेर होगा, विश्वमंदी के दौर से गुजरेगा तथा कुछेक देश व भारत के कुछेक प्रदेशों में सत्ता परिवर्तन के आसार भी हैं।
ग्रहों की स्थिति विशेषानुसार 2019 भारत के लिए महत्वपूर्ण वर्ष रहने वाला है। सम्पूर्ण दुनिया की नजरें इस दौरान भारत के लोकसभा चुनावों पर टिकी होगी। इस समय आकाश में ग्रहों की स्थिति एक बेहद अप्रत्याशित परिणामों की ओर इशारा कर रही है। इस सम्बन्ध में हमने दिसम्बर 2017 ईo में ही भविष्यवाणी कर दी है कि:- “2019 में नरेन्द्र मोदी सरकार को पूर्ण बहुमत नहीं फिर भी बनेगी भाजपा गठबंधन की सरकार” जो जनवरी 2018 में प्रकाशित हुई है। शनि-केतु ग्रह की युति सम्बन्ध 2019 में एक महत्वपूर्ण रोल अदा करने वाली है जिसे आने वाले कई वर्षों तक विश्व के इतिहास में याद रखा जाएगा। शनि-केतु ग्रह कर सकता है कोलाहल व क्रन्दन सजग रहे संसारवासी विशेषकर भारत नन्दन।