स्वतंत्रता सेनानी एवं सामाजिक न्याय के पुरोधा स्व. मुंगेरी लाल जी की 18वीं पुण्य तिथि 29 जून, 2019 को है। श्री मुंगेरी लाल जी ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई एवं कई बार जेल गए। 1952 में पटना पश्चिम विधान सभा क्षेत्र से चुन कर बिहार विधान सभा के सदस्य बने। 1952 से 1977 तक लगातार विधान सभा एवं विधान परिषद के सदस्य रहे एवं बिहार सरकार के विभिन्न विभागों में मंत्री के रूप में अपना दायित्व निभाया। उक्त बातें सुनीता कुमार फाउंडेशन के अध्यक्ष सुनीता कुमार पासवान ने कही।
उन्होंने बताया कि मुंगेरी बाबू बिहार में गठित पहले पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष रहे। यह आयोग मुंगेरी लाल आयोग के नाम से जाना जाता है। मुंगेरी लाल आयोग रिपोर्ट सामाजिक न्याय पर एक अति विस्तृत अध्ययन है। इस रिपोर्ट के माध्यम से मुंगेरी लाल जी ने सामाजिक स्थिति का संज्ञान लेते हुए अनेक अनुसंशायें की थी जो सिर्फ उस समय की सामाजिक परिस्थिति ही नही बल्कि आज के समाज एवं सामाजिक न्याय के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
उन्होंने रिपोर्ट में समाज के पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण की अनुसंशा की एवं साथ ही सामान्य वर्ग के निर्धन एवं महिलाओं के लिए भी आरक्षण की अनुसंशा की जो आज भी समाज की आवश्यकता है। मुंगेरी बाबू बिहार दलित वर्ग संघ एवं बिहार खेतिहर मजदूर संघ के भी अध्यक्ष रहे। उनके जीवन का मूल मंत्र सादा जीवन उच्च विचार रहा। मुंगेरी लाल जी प्रखर गांधीवादी थे। वे पटना स्थित गांधी संग्रहालय से जीवन पर्यंत जुड़े रहे। बिहार स्वतंत्रता सेनानी संघ के अध्यक्ष के रूप में भी अपना दायित्व निभाया।
उन्होंने कहा कि बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष रहे एवं कांग्रेस पार्टी के संगठन में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभाई। मुंगेरी बाबू के ओजश्वी एवं सार्थक जीवन का अंत 29 जून, 2001 को पटना के कुर्जी स्थित होली फैमिली हॉस्पिटल में हुआ।
मुंगेरी लाल जी के सम्मान में एवम इनके प्रेरणादायी उच्च विचारो एवं आदर्श को समाज एवं युवाओं के बीच पहुंचाने हेतु जनतांत्रिक चेतना मंच जो एक गैर राजनीतिक संस्था है, ने एक पहल की है। मुंगेरी बाबू के 18वीं पुण्य तिथि पर मुंगेरी लाल स्मृति व्याख्यान एवं सेमिनार का आयोजन इस संस्था ने पटना स्थित तारा मंडल के सभागार में किया है। सेमिनार में देश के प्रबुद्ध वक्तागण मुंगेरीलाल जी के जीवन एवं मुंगेरी लाल रिपोर्ट की प्रासंगिकता पर अपना विचार प्रस्तुत करेंगे।