पटना : शहीद शैलेन्द्र शर्मा स्मृति संस्थान के तत्वावधान में शहीद शैलेन्द्र शर्मा की बीएन कॉलेज मुख्य छात्रावास परिसर में 29वीं पुण्यतिथि धूमधाम से मन ायी गयी। इस अवसर पर शहीद शैलेन्द्र संस्थान के अध्यक्ष भोला शर्मा ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डज्ञलते हुएकहा कि आरक्षण विरोधी का प्रखर नेता थे। शहीद शैलेन्द्र शर्मा ने 18 वर्ष की आयु में ही आरक्षण की मांग की थी अपने स्वर्ण समाज के लोगों के हित के लिए।
4 सितम्बर, 1990 को शहीद शैलेन्द्र शर्मा ने मंडल कमिशन का विरोध जताया, जिसका खामियाजा उन्हें पुलिस की गोलियां खाकर चुकानी पड़ी। पटना के हड़ताली मोड़ पर मंडल कमिशन के विरोध में लोगों ने बिहार विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे कि इसी दौरान बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की सरकार थी। लालू प्रसाद यादव के इशारे पर पुलिस ने पटना के बेली रोड अवस्थित हड़ताली मोड़ पर निहत्थे छात्रों पर गोलियां और आश्रु गैस का प्रहार किया।
जिसमें शहीद शैलेन्द्र शर्मा जी का सिना गोलियों से छलनी कर दिया गया। ऐसे वीर सपूत शहीद शैलेन्द्र शर्मा को दुनिया याद रखेगी। श्री शर्मा ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हैं कि वीर सपूत शहीद शैलेन्द्र शर्मा की आदमकद प्रतिमा हड़ताली मोड़ में स्थापित करायी जाये।
श्रद्धांजलि देने वाले नेताओं में बीएन कॉलेज छात्रावास के अधीक्षक प्रो. डी. एन. सिन्हा, पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता राजीव प्रशांत, पटना पश्चिमी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आशुतोष कुमार, सूर्य नारायण सिंह, वैष्णवी कुमारी, चांद शर्मा, रंजय कुमार, प्रवीण शर्मा, मनोज शर्मा, विरेन्द्र कुमार, परमेन्द्र कुमार, कवि जी आदि गणमान्य लोगों ने भाग लिया।