विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में उठापटक शुरू हो चुकी है। जेडीयू से बर्खास्ती के बाद बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने सोमवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा स्पीकर विजय चौधरी को इस्तीफा सौंपने पहुंचे श्याम रजक ने मुख्यमंत्री नीतीश सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि मुझे निष्कासित नहीं किया गया है, मैं अध्यक्ष को अपना इस्तीफा देने जा रहा हूं। मैं वहां नहीं रह सकता जहां सामाजिक न्याय छीना जा रहा है। जनता दल (यूनाइटेड) पार्टी में लगभग 99% लोग बिहार के सीएम नीतीश कुमार से नाराज हैं, लेकिन निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। मैं दूसरों के बारे में नहीं जानता लेकिन मैं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हो रहा हूँ।
बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रजक को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सिफारिश पर रविवार शाम को राज्यपाल ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। मुख्यमंत्री ने रजक को मंत्रिमंडल से हटाने की सिफारिश राज्यपाल फागू चौहान से की थी, जिसे राज्यपाल ने मंजूर कर लिया।
इससे पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने रजक को दल से निष्कासित कर दिया था। रजक पार्टी में अपनी उपेक्षा के कारण पिछले कुछ दिनों से नाराज थे। रजक वर्ष 2009 में आरजेडी छोड़ कर जेडीयू में शामिल हुए थे। इससे पहले वह आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते थे।