कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण के मद्देनजर ‘जनता कर्फ्यू’ से पूर्व राजधानी पटना समेत बिहार के अधिकांश शहरों में आज सन्नाटा पसरा रहा।
राजधानी के भीड़-भाड़ वाले ऐतिहासिक गांधी मैदान, पटना जंक्शन, पाटलिपुत्र जंक्शन, राजेंद्रनगर टर्मिनल, बस अड्डा, बुद्ध स्मृति पार्क, गोलघर, गंगा रीवर फ्रंट, बेली रोड, बोरिंग रोड चौराहा और पटना की हृदयस्थली डाकबंगला चौराहा पर जहां आम दिनों में मेले जैसा माहौल रहा करता था लेकिन लोगों के घर से बाहर नहीं निकलने से सन्नाटा पसरा रहा। इन इलाकों में आम दिनों में वाहन तो रेंगते नजर आते ही थे, पैदल चलना भी दुश्वार हुआ करता था।
वहीं, पटना विश्वविद्यालय के छात्रों के अपने-अपने घर जाने से विश्वविद्यालय परिसर के साथ ही छात्रावासों, बैंकिंग, मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों का गढ़ कहे जाने वाले महेंद्रू, भिखना पहाड़, खजांची रोड, अशोक राजपथ और नया टोला में अधिकांश निजी छात्रावास बंद किए जाने से इन इलाकों में कहीं भी चहल-पहल नहीं दिखी। आम दिनों में इन इलाकों के चौक-चौराहों पर छात्र-छात्राओं के जमघट के कारण शाम ढलने के बाद पैदला चलना भी मुश्किल हो जाता था। अब इक्के-दुक्के छात्र-छात्रा ही नजर आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर आज से रेस्त्रां, होटल एवं विवाह भवन को 31 मार्च 2020 तक बंद कर दिया गया है। इसी तरह परिवहन विभाग ने इस अवधि में पटना सिटी सर्विसेज की बसों के साथ ही अंतर्राज्यीय बसों के परिचालन पर भी रोक लगा दी है। बसों का परिचालन बंद किए जाने से बस पड़व पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है जबकि पटना जंक्शन, राजेंद्रनगर टर्मिनल और पाटलिपुत्र जंक्शन पर इक्के-दुक्के यात्री नजर आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार ने कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर पूर्व में ही गांधी मैदान, पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान समेत सभी पार्कों एवं मॉल को बंद कर दिया है।
इस बीच गया से यहां प्राप्त सूचना के अनुसार, ऐहतियात के तौर पर गया शहर के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मंगला गौरी मंदिर के गर्भगृह में ताला लगा दिया गया है। मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सचिव सह पुजारी अमरनाथ गिरी ने आज यहां बताया कि सरकार के निर्देश के बाद कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर 31 मार्च तक मंदिर के गर्भगृह को बंद कर दिया गया है।
मंगला गौरी मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। इसके साथ ही श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह के बाहर से ही पूजा कर वापस लौट जाएंगे। वहीं, भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश और पूजा-अर्चना की समय सारणी में परिवर्तन किया गया है। श्रद्धालु अब बौद्ध मंदिर में पूर्वाह्न दस बजे से शाम पांच बजे तक की पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
वहीं, दूसरी ओर दरभंगा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, जिले में मां श्यामा मंदिर न्यास समिति ने श्यामा माई मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का प्रवेश आज से अगले आदेश तक बंद कर दिया है। मंदिर न्यास समिति के सह सचिव प्रोफेसर श्रीपति त्रिपाठी ने आज यहां बताया कि विश्वव्यापी कोरोना संकट को देखते हुए दरभंगा राज परिवार द्वारा स्थापित श्यामा माई मंदिर को भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है जबकि यहां विधिवत पूजा-पाठ मंदिर के पुजारी द्वारा किया जाता रहेगा एवं माता का भोग भी हर रोज की तरह इस दौरान भी लगता रहेगा। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में होने वाले सभी तरह के वैवाहिक कार्यक्रम भी अगले आदेश तक प्रतिबंधित कर दिया गया है।
समस्तीपुर से प्राप्त सूचना के अनुसार, पूर्व-मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल से आज मध्य रात्रि से कल रात दस बजे तक चलने वाली सभी सवारी ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है। वहीं, 22 मार्च 2020 तड़के चार बजे से रात दस बजे तक सभी मेल, एक्सप्रेस और इंटरसिटी ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जाएगा जबकि तड़के चार बजे पूर्व से समस्तीपुर मंडल से आरंभ होने वाली ट्रेनों का परिचालन यथावत जारी रहेगा।