पटना : लोजपा(सेक्यूलर) के राष्ट्रीय अध्य्क्ष डॉ. सत्यानंद शर्मा ने कहा कि सुशील कुमार मोदी भ्रष्टाचार के ज्वालामुखी पर बैठकर जीरों टॉलरेंस की बात कर रहें है। राज्य में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। कोई विभाग ऐसा नहीं है जो भ्रस्टाचार में शामिल न हो। जांच एजेंसी खासकर सीबीआई केन्द्र सरकार के इशारे पर काम कर रहीं है, इसलिए राज्य के अनेकों सत्ताधारी नेता जांच के दायरे से बाहर है।
आगे डॉ. शर्मा ने कहा कि बिहार और देश के लोग यह अच्छी तरह समझ रहे है कि 900 करोड़ रुपये के चारा घोटाला में बतौर मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री रहने के कारण राजद नेता लालू प्रसाद जेल की सलाखों में बन्द है। इसी बिहार में 35 हजार करोड़ रूपये का सृजन घोटाला हुआ,लेकिन मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री जांच के दायरे से भी बाहर है। यह कैसे हुआ इस करामात को बिहार की जनता देख रहीं है और समझ रहीं है।
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इन्होंने कहा कि सीएजी के रिपोर्ट के मुताबिक कई विभागों में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। रात-दिन एक करके मोमबत्ती और लालटेन जलाकर उपयोगिता प्रमाण-पत्र बनाये गए और पूरे घोटाला को अवैध से वैध बना दिया गया। तभी सुशील कुमार मोदी जीरों टॉलरेंस की बात कर रहें है।लोजपा(सेक्यूलर) बिहार व्याप्त भ्रष्टाचार को 2020 विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनायेंगी। उक्त आश्य की जानकारी पार्टी के कार्यकारी एवं मुख्य प्रवक्ता विष्णु पासवान ने दी।