सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां लालू परिवार से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कर रही हैं। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां लालू परिवार के भ्रष्टचार के जिन मामलों की जांच शुरू कर चुकी हैं, उन्हें नीतीश कुमार की सरकार किसी भी तरह रोक नहीं पाएगी। मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार सीबीआई और ईडी को बिहार में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने की पहले से मिली अनुमति यदि अब राजद के दबाव में वापस भी लेती है, तो लालू परिवार को कोई राहत नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कंसेंट (सहमति) वापस लेने पर सीबीआई और ईडी केवल नये मुकदमे नहीं दायर कर सकेंगी लेकिन इससे उन मामलों की जांच नहीं बंद हो सकती, जिनमें प्राथमिकी दायर हो चुकी हो।
जांच प्रक्रिया अब प्राथमिकी और आरोप-पत्र से आगे बढ़ चुकी है
भाजपा सांसद ने कहा कि आइआरसीटीसी घोटाले में तेजस्वी यादव समेत कई लोगों के विरुद्ध जांच प्रक्रिया अब प्राथमिकी और आरोप-पत्र से आगे बढ़ चुकी है। वे जमानत पर हैं और ट्रायल शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले में भी प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कई अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अग्निपरीक्षा है
मोदी ने कहा कि इस नाजुक मोड़ पर यदि नीतीश कुमार ने भ्रष्टचार से समझौता कर जांच एजेंसियों को दिया गया कंसेंट वापस लिया, तो इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा और वे लालू परिवार को बचा भी नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि राजद की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अग्निपरीक्षा है।