केंद्र सरकार द्वारा जब से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाया गया है, तब से बिहार की सियासत में भूचाल आ गया है। एक तरफ बीजेपी नेताओं और मंत्रियों द्वारा इस फैसले की तारीफ की जा रही है। वही, दूसरी तरफ जनता दल यूनाइटेड समेत राष्ट्रीय जनता दल द्वारा इस फैसले की काफी आलोचना की जा रही है।
आरएसएस पर भी लगे प्रतिबंध : लालू प्रसाद यादव
राजद राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीते दिन इस फैसले को गलत बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर बैन करना है तो केंद्र सरकार को सबसे पहले आरएसएस को बैन कर देना चाहिए। अब लालू के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने लालू को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो आरएसएस पर प्रतिबंध लगाकर दिखा दे।
सुशील कुमार मोदी ने किया ट्ववीट
दरअसल, सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- लालू प्रसाद वोट बैंक के लिए कर रहे पीएफआइ का बचाव, हिम्मत है तो संघ पर रोक लगवायें। नीतीश सरकार एनआइए को नहीं सौपना चाहती थी फुलवारीशरीफ मामले की जांच। अगर इतनी हिम्मत है तो RSS पर प्रतिबंध लगा कर दिखाए महागठबंधन की सरकार।
वीडियो जारी कर लालू पर सुशील ने बोला हमला
बता दें, सुशील मोदी ने ट्वीट करने के साथ ही साथ एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वो कह रहे कि PFI का बचाव सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया जा रहा है। 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने में लगा संगठन पीएफआई धर्मनिरपेक्षता के लिए खतरा है। कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू जैसे नकली धर्मनिरपेक्ष दल पीएफआई को पॉलिटिकल कवर दे रहे हैं। लालू धर्म की राजनीति करने की कोशिश कर रहे है। ये गलत है।
हम आपको बता दें, सिर्फ सुशील कुमार मोदी नहीं बल्कि बीजेपी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी लालू पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा - ''हमे आरएसएस का स्वयंसेवक होने पर गर्व है, क्या लालू यादव कह सकते हैं कि वह PFI के सदस्य हैं? बिहार में उनकी सरकार है, हिम्मत है तो बिहार में आरएसएस को बैन कर दो। "