सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश पर कुर्सी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है और वह नहीं चाहते कि ऐसा हो। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के इशारे पर सुधाकर सिंह और प्रो. चंद्रशेखर के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कुर्सी छोडने का दबाव बनाया जा रहा है इसलिए दोनों नेताओं के आपत्तिजनक बयानों के बावजूद उनपर कार्रवाई नहीं हुई।
उन्हें सिर्फ नोटिस दिया गया है
मोदी ने शुक्रवार को यहां बयान जारी कर कहा कि तीन महीने से राजद विधायक और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह की बयान बाजी जारी है लेकिन उन्हें सिर्फ नोटिस दिया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव अधिकृत हैं। इसमें लालू प्रसाद यादव की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद नीतीश कुमार अब सिर्फ केयर टेकर मुख्यमंत्री रह गए हैं। वे राजद की कृपा पर इतने निर्भर हैं कि कोई फैसला नहीं कर सकते।
अब इसे भी तेजस्वी यादव के लिए छोड़ चुके हैं
भाजपा सांसद ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है, लेकिन नीतीश कुमार अब इसे भी तेजस्वी यादव के लिए छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस की निंदा करने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने न अपना दुराग्रही बयान वापस लिया और न मुख्यमंत्री उनके खिलाफ कोई कार्रवाई कर पाए। मोदी ने कहा कि सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार की निंदा में जिन शब्दों का प्रयोग किया है, वैसे शब्द विपक्ष भी उनके लिए इस्तेमाल नहीं करता है।