सुशील मोदी ने कहा कि जदयू नेता नीतीश कुमार के खिलाफ पहली बगावत अभी से चल रही है. यानी नीतीश के संन्यास की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में नई पार्टी के गठन की घोषणा को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में पहला विद्रोह करार देते हुए कहा कि इसके साथ ही नीतीश कुमार के संन्यास लेने की उलटी गिनती भी शुरू हो गई है। मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी को विश्वास में लिए बिना राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी प्रसाद यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिससे जदयू का कोई विधायक संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि जदयू के विधायक विधानसभा की सदस्यता छिन जाने के डर से उत्तराधिकारी घोषित करने के विरुद्ध बोल नहीं पा रहे, लेकिन तेजस्वी यादव को नेता मानने के लिए कोई तैयार नहीं हैं।
लालू परिवार के किसी व्यक्ति को जनता भी स्वीकार नहीं करेगी
भाजपा सांसद ने कहा कि तेजस्वी यादव या लालू परिवार के किसी व्यक्ति को जनता भी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार के अतिपिछड़ और लव-कुश समाज ने 15 साल तक कुशासन, हत्या-बलात्कार और फिरौती के लिए अपहरण का जो भयानक दौर देखा है, उसे वह भूल नहीं सकता।
लालू-राबड़ के पुत्र तेजस्वी यादव परिवार से अलग नहीं – मोदी
मोदी ने कहा कि लालू-राबड़ के पुत्र तेजस्वी यादव परिवार से अलग नहीं हैं।विडम्बना यह कि जिस परिवार के भ्रष्ट राजपाट के विरुद्ध भाजपा के साथ मिल कर जदयू लड़ता रहा उसी कुनबे के राजकुमार को नीतीश कुमार अपना उत्तराधिकारी बता रहे हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री अब काफी कमजोर हो चुके हैं। वे जदयू में विद्रोह और विघटन को रोक नहीं पाएंगे।