आज फिर से बिहार में नीतीश -तेजस्वी युग लौट आया हैं, दोनों दलों के बड़े नेताओं को राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन में शपथ दिलाई हैं। नीतीश कुमार ने राज्य के सीएम पद व तेजस्वी ने डिप्टी सीएम की शपथ ली है। दोनों दल 2017के बाद से गठबंधन टूटने के कारण अलग हो गये थे। नीतीश कुमार ने 2017 में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। लेकिन बदले राजनीतिक परिदृशय के बाद बिहार के दोनों क्षेत्रीय मिलकर सरकार बना ली हैं।
राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के कई सदस्य मौजूद रहे। पूर्व सीएम राबड़ी देवी, उनके बेटे तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव की पत्नी समेत आरजेडी के कई बड़े नेता शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे।
शपथ के बाद नीतीश का पीएम मोदी पर हमला
शपथ ग्रहण के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार पीएम मोदी पर हमला बोल दिया, नीतीश कुमार ने कहा क्या 2024 वाले 2024 में रह पाएंगे। पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा 2024 में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, तो उन्होंने कहा कि यह अभी तय नहीं हुआ है और उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं है।
मजबूत होगा विपक्ष, नई सरकार से जनता खुश
नीतीश कुमार ने कहा नई सरकार से जनता बेहद खुश हैं। 2020 चुनाव में जेडीयू के साथ बीजेपी ने बेहद गलत किया हैं। हमारे विधायकों पहले से ही कहते आ रहे थे एनडीए से बाहर निकल जाना चाहिए। आखिकार हम एनडीए से बाहर आ गये हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि विपक्ष खत्म हो जाएगा, लेकिन अब हम भी विपक्ष में आ गए हैं। विपक्ष और मजबूत होगा।
आपको बता दे की नीतीश कुमार राजद, कांग्रेस सहित कई वामदलों का समर्थन प्राप्त हैं । जिनमें निर्दलीय सहित 7 दल शामिल हैं । नई सरकार में राजद को डिप्टी सीएम व कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों से नवाजा जाएगा। वामदल व कांग्रेस को उनकी संख्या बल के आधार गुणा -गणित करके सबको साधने का प्रयास किया जाएगा।
2015 वाला होगा मंत्रालय बटवारें का फॉर्मूला
दोनों दलों 2015 में सरकार मिलकर सरकार बनाई थी । उस समय भी राजद नेता तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम के साथ परिवहन स्वास्थ्य जैसे कई महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए गए थे, कांग्रेस को भी 2015 में शिक्षा मंत्रालय देकर साधा गया था। अबकी समीकरणों के लिहाज से नीतीश की पार्टी जदयू आरजेडी से बहुत पीछे हैं।