बिहार के 10 दलों के प्रतिनिधिमंडल ने जाति आधारित जनगणना को समर्थन देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोमवार को मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर पशु एवं पेड़ गिने जा सकते हैं, तो लोग भी गिने जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना गरीब हितैषी ऐतिहासिक कदम साबित होगा।
तेजस्वी से सवाल किया गया कि क्या राजद और जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) करीब आ रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि विपक्ष ने हमेशा जन-समर्थक और राष्ट्र-समर्थक कदमों के लिए सरकार का समर्थन किया है। उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि राष्ट्रीय हित के मसलों के लिए, विकास के लिए और लोगों की तरक्की के लिए कोई काम होगा तो विपक्ष सरकार के साथ ही रहेगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जातिगत आधार पर जनगणना कराई जाती है तो यह राष्ट्र हित में और ऐतिहासिक होगा। इससे गरीबों को लाभ होगा तथा विकास और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन के पहले देश में लोगों को जातियों के बारे में जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़े वर्गो की सूची बनाने का अधिकार अब राज्य सरकारों को दिया गया है यह अच्छी बात है।
उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना कराये जाने से उन्माद नहीं होगा क्योंकि धार्मिक आधार पर पहले भी ऐसा कराया जाता रहा है। उन्होंने कहा इस पर कोई अतिरिक्त राशि भी नहीं खर्च की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना है और वह उनके निर्णय का इंतजार कर रहे है।