बिहार की राजनीति में सत्ता दल और विपक्ष के बीच खींचतान का दौर चलता रहता है। लेकिन कभी-कभार यह सिलसिला काफी बड़ा हो जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ हाल ही में, जब बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य में सत्तारूढ़ दल और अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार को बाएं हाथ का खेल करार दिया और आरोप लगाया कि इससे सरकार और मंत्रियों को कोई फर्क नहीं पड़ता।
एनडीए सरकार में सत्तारूढ़ दल व बेखौफ अफसरों के लिए भ्रष्टाचार बाएँ हाथ का खेल बन गया है। दोनों मिलकर अवैध कमाई करते हैं और नागरिक घूस, सरकारी बेपरवाही, परेशानी व भ्रष्टाचार के दुष्चक्र में पिस कर रह जाते हैं।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 29, 2021
जनता भटक भटक कर रह जाती है पर सुनवाई, कार्रवाई का नामोनिशान नहीं होता।
यादव ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘बिहार में अफसरशाही चरम पर है। अधिकारी सीना तान सरकारी काम में लापरवाही करते हैं और भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी को बढ़वा देते हैं। जनप्रतिनिधियों को अपमानित करते है और नागरिकों को तो पांव के धूल बराबर भी नहीं समझते। लेकिन, सरकार और मंत्रियों को इससे क्या, उन्हें तो बंदरबांट में अपने हिस्से से मतलब है।’’
नेता प्रतिपक्ष ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में सत्तारूढ़ दल और बेखौफ अफसरों के लिए भ्रष्टाचार बाएं हाथ का खेल बन गया है। दोनों मिलकर अवैध कमाई करते हैं और नागरिक घूस, सरकारी बेपरवाही, परेशानी और भ्रष्टाचार के दुष्चक्र में पिस कर रह जाते हैं। जनता भटक-भटक कर रह जाती है लेकिन सुनवाई, कार्रवाई का नामोनिशान नहीं होता।
