शराबबंदी वाले बिहार में पिछले दिनों शराब पीने से हुई मौतों को लेकर शुरू हुई सियासत रुकने का नाम नहीं ले रही। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राज्य में शराब की स्थिति को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक से पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री से 15 प्रश्न पूछे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से इन सवालों के जवाब की भी उम्मीद जताई।
तेजस्वी ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए भी लिखा कि शराबबंदी पर माननीय मुख्यमंत्री जी से मेरे कुछ ज्वलंत सवाल है। आशा है आज की समीक्षा बैठक से पूर्व वो इनका उत्तर देंगे अन्यथा बैठक में इन पर विमर्श करेंगे। अगर ऐसा नहीं होगा तो अन्य दिनों की भाँति फिर यह एक विशुद्ध नौटंकी होगी।
शराबबंदी पर माननीय मुख्यमंत्री जी से मेरे कुछ ज्वलंत सवाल है। आशा है आज की समीक्षा बैठक से पूर्व वो इनका उत्तर देंगे अन्यथा बैठक में इन पर विमर्श करेंगे। अगर ऐसा नहीं होगा तो अन्य दिनों की भाँति फिर यह एक विशुद्ध नौटंकी होगी।
https://t.co/kcz5zclNvv— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 16, 2021
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने नीतीश कुमार से पूछा की वे आज शराबबंदी पर कौन से नंबर की समीक्षा बैठक कर रहे है? क्या यह 1100वीं समीक्षा बैठक है? उन्होंने सवाल किया कि पिछले 6 वर्ष में शराबबंदी पर की गयी हजारों समीक्षा बैठकों का क्या परिणाम निकला। अगर आज की बैठक का भी वांछित परिणाम नहीं मिलता है तो यह आपकी( नीतीश की) विफलता नहीं होगी।
तेजस्वी ने आरोप लगाते हुए कहा कि शराबबंदी के नाम पर लाखों गरीबों-दलितों को जेल में डाल दिए गए , लेकिन मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए की अब तक कितने माफिया, कारोबारी, तस्करों और अधिकारियों को जेल भिजवाया गया। शराबबंदी को लेकर कारवाई करने पर भी तेजस्वी ने प्रश्न उठाया कि अब तक कितने डीएसपी और एसपी स्तर के अधिकारी बर्खास्त किए गए।
तेजस्वी ने एक अन्य प्रश्न में पूछा है कि शपथ लेने वाले अधिकांश पुलिसकर्मी और जेडीयू के नेता शराब क्यों पीते है? आरजेडी नेता ने मुख्यमंत्री से पूछा, “हम शराबबंदी में सहयोग करते है, साक्ष्य प्रस्तुत करते है तो आप कारवाई करने की बजाय सदन में बैठे-बैठे मास्क के अंदर मुस्कुराते है। आपके लिए शराबबंदी नहीं कुर्सी महत्वपूर्ण है।” तेजस्वी ने बड़े नेताओं पर भी कारवाई नहीं करने को लेकर भी प्रश्न पूछा है।
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उन्होंने सवाल किया की पिछले 15 दिनों में विभिन्न जिलों में जहरीली शराब से हुई 65 मौतों का दोषी कौन है और शराब राज्य में कैसे पहुंचती है। आरजेडी नेता ने मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा, “दिखावटी समीक्षा बैठक से पूर्व आपको गहन आत्म चिंतन, मनन और मंथन की जरूरत है। जबतक आप स्वयं की तथा खुलेमन से शासन- प्रशासन की गलतियां स्वीकार नहीं करेंगे तब तक ये बैठकें सामान्य रूप से चलती रहेंगी और इनका कोई अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आएगा।”