बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बाढ़ को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ हमले पर पलटवार किया और कहा कि जिनके माता-पिता की सरकार में 90 करोड़ रुपये का बाढ़ राहत घोटाला हुआ, वे कुछ बाढ़ पीड़ितों को एक वक्त का भोजन कराते हुए फोटो खिंचवा कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सरकार के पाप धोने की कोशिश कर रहे हैं।
जिनके माता-पिता के राज में 90 करोड़ रुपये का बाढ़ राहत घोटाला हुआ, वे कुछ बाढ़पीड़ितों को एक वक्त का भोजन कराते हुए फोटो खिंचवा कर राजद राज के पाप धोने की कोशिश कर रहे हैं।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 22, 2020
उन्हें कैग की रिपोर्ट पढ़नी चाहिए, जिसमें खुलासा किया गया है कि बिहार को केंद्र सरकार से मिली बाढ़ सहायता की 90 करोड़ की राशि का फर्जीबाड़ा कैसे हुआ था।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 22, 2020
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘जिनके माता-पिता की सरकार में 90 करोड़ रुपये का बाढ़ राहत घोटाला हुआ, वे कुछ बाढ़ पीड़ितों को एक वक्त का भोजन कराते हुए फोटो खिंचवा कर राजद सरकार के पाप धोने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट पढ़नी चाहिए, जिसमें खुलासा किया गया है कि बिहार को केंद, सरकार से मिली बाढ़ सहायता की 90 करोड़ की राशि का फर्जीवाड़ कैसे हुआ था।’’
मोदी ने कहा कि वर्ष 1996-1999 के बीच लालू-राबड़ी सरकार ने चारा घोटाले की तरह बाढ़ राहत घोटाला किया था। जिन 15 जिलों में बाढ़ नहीं आयी थी, वहां भी राहत राशि का व्यय दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि उस समय बाढ़ से 11 जिले प्रभावित थे जबकि इस साल सात जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है।
भाजपा नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि लालू परिवार बताये कि बाढ़ राहत घोटाले की राशि से कितनी बेनामी सम्पत्ति बनायी गयी। उनकी सरकार में बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान क्यों नहीं हुआ। तत्कालीन जल संसाधन मंत्री के हाथ किसने बांध रखे थे।
उल्लेखनीय है कि राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बुधवार को दरभंगा और मधुबनी जिले के बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को भोजन भी कराया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला और कहा, ‘‘बिहार बाढ़ में डूब गया और नीतीश जी के आंख के आंसू सूख गए। नीतीश जी यहां नहीं आएंगे लेकिन सात तारीख को अपनी कुर्सी बचाने के लिए वर्चुअल रैली अटेंड करेंगे। नीतीश कुमार जी की इंसानियत खत्म हो गई है और अंतरात्मा बंगाल की खाड़ी में डूब रही है।