राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी के शासन में देश गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है। लालू के इस बयान के बाद बीजेपी बुरी तरह भड़क गई। पटना में संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर बीजेपी, जदयू और राजद सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने कार्यक्रम आयोजित किए।
आरजेडी द्वारा आयोजित संपूर्ण क्रांति दिवस कार्यक्रम में लालू यादव ने हिस्सा नहीं लिया, लेकिन ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही उन्होंने सन्देश में कहा, 48 साल पहले उन्होंने जिस तानाशाही के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, वह आज भी देखी जा रही है और अब वह फिर से मौजूदा तानाशाही व्यवस्था के खिलाफ लड़ रहे हैं।
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है!
सम्पूर्ण क्रांति दिवस पर लोकनायक जयप्रकाश जी को शत् शत् नमन। 48 वर्ष पूर्व उनके नेतृत्व में छात्र नेता के तौर पर हमने तानाशाही के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अब वर्तमान में भी लड़ रहे है। हम पैदा ही असमानता एवं अधिनायकवादी तंत्र के खिलाफ लड़ने को हुए है। pic.twitter.com/Br1i7dGFWy
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 5, 2022
उन्होंने आगे कहा, ‘आज देश के हालात फिर वही हो गए हैं। तानाशाही और धूर्त सत्ता हमारे देश के भाईचारे और एकता को नष्ट करना चाहती है। बीजेपी जिस तरह काम कर रही है, उससे देश गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है। मैं लोगों से देश में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करता हूं। हमें एकजुट होकर लड़ना है। हम जीतेंगे।’
भड़की BJP का पलटवार
लालू यादव के इस बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लालू परिवार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘जयप्रकाश ने उस समय भ्रष्टाचार मिटाने, नया बिहार बनाने का नारा दिया था। आज जो लोग पूर्ण क्रांति की बात कर रहे हैं, उनका जेपी के इस नारे के बारे में क्या कहना है? कई बड़ी कार्रवाई की जा रही है और भ्रष्टाचार के मामलों में सजा भी दी जा रही है। जेपी को सम्मान देने का अधिकार सभी को है, लेकिन जो लोग जेपी की बात कर रहे हैं, वे उनकी शिक्षाओं पर कितना अमल करते हैं, यह बड़ा सवाल है।’
दरअसल, राजद के नेतृत्व में महागठबंधन के नेताओं ने संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर पटना के ज्ञान भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें राजद और वामपंथी नेताओं ने भाग लिया। हालांकि कांग्रेस को राजद ने इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया।