पटना, (पंजाब केसरी) : देश-विदेश में पहचान बना चुकी बिहार के लीची उत्पादक व्यापारी एवं आश्रित मजदूर इस साल लॉकडाउन में हताश मायूस एवं परेशान हैं उपरोक्त बातें राजद प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व सांसद डॉ अनिल कुमार साहनी ने कही।
डॉ साहनी ने मुजफ्फरपुर जिले सहित उत्तर बिहार के लीची उत्पादकों को इस साल लीची के बेहतर पैदावार होने की संभावना है, लेकिन लॉकडाउन के कारण अब तक बाहर से खरीददार व्यापारियों के नहीं पहुंच पाने के कारण लीची पर आधारित लाखों परिवार किसान एवं मजदूर मायूस एवं परेशान हैं।
डॉ साहनी ने कहां कि शाही लीची विश्व प्रसिद्ध है अभी इसके फल देश विदेश के प्रमुख शहरों में जाने के लिये तैयार है परन्तु लॉकडाउन के कारण आवागमन नहीं हो पा रहा है जिससे लीची पर आधारीत किसान मज़दूरों को करोड़ों रूपये के हीन के सम्भावना है ये हज़ारों करोड़ रूपये लीची उत्पादन से किसानों व्यापारियों एवं मजदूरों के देश के दुसरे राज्यों एवं विदेशों से जो लाभ मिलने उससे वंचित हो सकते है ये वर्ग।
डॉ साहनी ने देश के प्रधानमंत्री,गृह मंत्री,रेल मंत्री एवं बिहार के मुख्यमंत्री से अपिल करते हुये कहा कि लीची किसान मजदूरों एवं व्यापारियों के होने वाले हीन करोड़ों हजार के हानी को देखते हुये रेल मार्ग वायुयान एवं सडक़ मार्ग से देश विदेश में लीची भेजने की व्यवस्था करे क्योंकि लीची फल बहुत ही नाजुक फल होता है और मात्र एक माह का मेहमान होता है यह लीची फल।