पटना : प्रयोगराज मे आयोजित होने वाला कुंभ मेले में पहली बार श्रद्धालू अक्षयवट एवं सरस्वती कूप का दर्शन करेंगे। मेले में श्रद्धालू एवं पर्यटकों को सुखद अनुभव के साथ बेहतर सुविधा मिलेगी। यूपी पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशीने कहा कि कुंभ मेला मानवता का बड़ा जल समागम है। 15 जनवरी से आयोजित होने वाला कुंभ मेले में इस बार सभी राज्यों के राजनेता पहुंचेगे। उन्हें राज्य सरकार द्वारा निमंत्रण दिया गया है।
आस्था के पर्व को राजनीति से नहीं जोउ़ा जाना चाहिए। इस बार का कुंभ मेला विश्व को आकर्षित करने वाला होगा। लगभग 71 देशों के राजदूत मेले की तैयारी देख अपने अपने देशों के राष्ट्रध्वज त्रिवेणी तट पर लगायें हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी में प्रवासी भारतीय दिवस का सम्मेलन वाराणसी में होगी। फरवरी में 192 देशों के प्रतिनिधि इस कुंभ में आयेगे। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को रहने के लिए इस बार टेंट सिटी बनाया गया है, जहां ऑन लाइन के माध्यम से सीट सुरक्षित कराया जा सकता है।
कुंभ में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालूओं की सुविधा के लिए 9 फ्लाई ओवर 64 से अधिक यातायात चौराहा तथा मेले को जोडऩे वाली 264 सडक़ों का वृहत स्तर पर चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण बनाया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा में प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रयागराज में चार योजनाएं चल रही है जिनमें दो योजनाएं पूर्ण किया जा चुका है।
आगरा से प्रयागराज के बीच चल रहे कारखानों को ट्रीट प्लांट लगाने का आदेश दिया गया है। गंगा में वैसे ही कारखानों का पानी गिरेगा जहां ट्रीट प्लांट लगा हो। इस बार का कुंभ मेला एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रदर्शित करने की कल्पना है। इस अवसर पर अध्यक्ष सीआईआई बिहार स्टेट कौसिंल एंड को. फाउंडर प्रभात कुमार सिन्हा, वाईस चेयरमैन मणिकांत समेत अन्य उपस्थित थे।