पटना : भारतीय मित्र पार्टी के रष्ट्रीय अध्यक्ष धनेश्वर महतो ने दिल्ली हिंसा की कड़ी निंदा की। महतो ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस खुद दंगाइयों के साथ थी। महतो ने दिल्ली दंगों की हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच की मांग की। साथ ही महतो ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि वह केंद्र सरकार के इशारों पर काम रही है।
महतो ने कहा कि दिल्ली में हुए दंगों मे 53 लोगों की जान गई और कई लोग घायल हुए, मस्जिद तोड़ी गई, दुकाने जलाई गई। महतों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि प्रशासन के लोग खुद सीसीटीवी कैमरा को तोड़ते हुए नजर आए, प्रशासन दंगाइयों के साथ तोडफ़ोड़ करते नजर आए। उन्होंने कहा कि प्रश्न यह उठता है दंगे में 18 हिंदू, दो पुलिसकर्मी समेत 33 मुस्लिम युवकों की मौत हुई। एक जाति विशेष के लोगों के ऊपर कार्रवाई हो रही है बहुत आश्चर्यजनक है और दिल्ली पुलिस से जनता उम्मीद भी क्या कर सकती है जो दिल्ली पुलिस खुद ही दंगाइयों के साथ खड़ी दिखी ऐसा कई वीडियों में देखा गया।
महतो ने दिल्ली दंगों की उच्च स्तरीय की जांच हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में कराने की मांग की, महतो ने तंज सकते हुए कहा कि चिंता की बात तो यह है कि अब सच बोलने वाले जज का रातों-रात ट्रांसफर हो जाता है। उन्होंन कहा कि दिल्ली जैसे शहर में दंगे होना यह बहुत चिंता की बात है। उन्होंनो कहा कि राजनीतिक दलों को केवल कुर्सी की चिंता है, देश की नहीं।
दिल्ली में कितना भाईचारा है वो दंगों में देखने को मिला, हिंदू ने मुसलमान को बचाया और मुसलमान ने हिंदुओं को बचाया इससे आपसी भाईचारे का पता चलता है। दिल्ली पुलिस के ऊपर इसलिए विश्वास नहीं किया जा सकता जांच के लिए जिस तरह जामिया में हुआ दुनिया ने देखा जेएनयू में हुआ दुनिया ने देखा दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है।