पटना : बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आपदा की इस घड़ी में राज्य में एंबुलेंस सेवाओं को चुस्त और रक्त बैंकों में रक्त की हो रही कमी को अविलंब दूर कराने की मांग की है। ललन ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य सेवा द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक राज्य में फिलहाल 1100 से कुछ अधिक सरकारी एंबुलेंस संचालित हो रहे हैं, जो निश्चित तौर पर 11 करोड़ की आबादी वाले राज्य के लिहाज से बहुत कम है, प्रति एक लाख व्यक्ति पर एक एंबुलेंस है, जो उंट के मुंह मे जीरा वाली कहावत को चरितार्थ करती है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा संचालित होने वाले 102 नंबर के एंबुलेंस में गर्भवती महिलाओं नवजात शिशुओं, वरिष्ठ नागरिकों, दुर्घटना पीड़ितों, बीपीएल कार्डधारियों, कालाजार के मरीजों और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत रेफर किए गए शिशुओं को मुफ्त सेवा उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है, किन्तु प्रावधान के अनुरूप ऐसा नहीं हो पाता है। इसका ताजा उदाहरण एंबुलेंस नहीं उपलब्ध हो पाने से एक बच्चे की हुई मौत है।
युवा कांग्रेस नेता ने कहा कि इसी तरह पीएमसीएच में सामान्य दिनों में 1500 यूनिट रक्त का कलेक्शन होता था जो अब आधा हो गया है। एनएमसीएच में तो लॉकडाउन के बाद डोनर नहीं के बराबर है और स्टॉक तेजी से कम हो रहा है। आईजीआईएमएस में 60 यूनिट कलेक्शन करने वाले ब्लड बैंक में अब 6 यूनिट ही बचा है, जयप्रभा में 700 यूनिट स्टोक 200 पर पहुंच गया है एरेड क्रॉस में सामान्य दिनों में 200 यूनिट स्टॉक होता है लेकिन अब 60 यूनिट है और एम्स में 500 यूनिट स्टॉक अभी 300 हैण्जो कि इस संक्रमण काल मे चिंता का विषय है।