पटना : नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले आम बजट को ‘निराशाजनक’ करार देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि यह गरीब विरोधी और अमीरों के लिए बनाया गया बजट है। ये बजट आम लोगों की उम्मीदों को पूरा करने में विफल रहा है। देश के युवाओं को इस बजट से काफी उम्मीदें थी विशेषकर बिहार में जहाँ युवा आबादी का करीब आधा हिस्सा हैं। ऐसे में जब रोजगार सृजन का माहौल बनता नहीं दिख रहा तो उन्हें भी बहुत निराशा हुई है।
निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश किए गए इस बजट में युवाओं के रोजगार के लिए किए कोई व्यवस्था नहीं हैं। किसानों के लिए उपरी मेक-अप की बातें तो बहुत हुईं मगर सरकार फसलों का वाजिब दाम तक नहीं दे रही है। जो थोड़ा-बहुत कुछ लोगों को मिला भी वो समय पर नहीं मिला। जिससे किसान आत्महत्या कर रहे हैं। यह बजट किसानों के साथ मजाक है। बजट इस लिहाज से भी निराशाजनक है कि इसमें बढ़ती महगाई से निपटने की कोई व्यवस्था नहीं दिखती।
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने कहा कि यह बजट गरीबों को, बेरोजगार को, भूखा-नंगा और पूँजीपत्तियों का पेट भरने वाला बजट है। इसमें युवाओं के शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी सवालों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। यह युवा और शिक्षा विरोधी बजट है। ये बजट देश के आम आदमी को भुलाकर सिर्फ चंद सत्ता के करीबी अमीरों के लिए बनाया गया है।