पटना, (पंजाब केसरी) : उपमुख्यमंत्री सह भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के क्वरंटाइन केंद्रों पर 13 लाख मजदूरों के रहने-खाने की व्यवस्था की गई है। हर मजदूर पर 3,750 रुपये खर्च किये जा रहे हैं। क्वरंटाइन काल पूरा होने पर हर मजदूर के खाते में 1000 रुपये भी डाले जाएंगे। राज्य सरकार जब कोरोना संक्रमण से लडऩे और घर लौटे लाखों मजदूरों को रोजगार देने के प्रयास में लगी है, तब राजद ऐसे राजनीतिक इवेंट कर रहा है, जिससे विधायक, पुलिस और मीडिया के लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। जो हर नियम-कानून को तोडऩे की घट्टी पीकर बड़े हुए, वे लाकडाउन के नियम भी नहीं मानते, लेकिन दुहाई संविधान बचाने की देते हैं।
श्री मोदी ने कहा कि पिछले साल जनवरी से अप्रैल के बीच हत्या की 947 घटनाओं के मुकाबले 2020 की इसी अवधि में 878 हत्याएं हुईं। ऐसी घटनाओं में 9 फीसद की कमी आयी। बलात्कार, लूट, डकैती की घटनाओं में भी कमी दर्ज की गई। 2019 में एससी-एसटी से जुड़े 6642 मामले दर्ज हुए और ऐसे 90 फीसद मामलों में आरोप पत्र दाखिल कर मुकदमा चलाया जा रहा है। राजद केवल चुनिंदा मामलों को तूल देता है, इसलिए वह अपराध के मुद्दे पर भी महागठबंधन के बाकी दलों, खासकर दलितों की फिक्र करने वाले दलों का समर्थन हासिल नहीं कर पाया। जो दल साथी दलों का भरोसा नहीं पा सका, उस पर जनता क्या विश्वास करेगी?