21वीं सदी के भारत में आज भी डायन और अंधविश्वास जैसी कुप्रथाएं मौजूद हैं। और हर बार इस तरह की किसी सोच का शिकार कोई मासूम और निर्दोष ही बनता है। बिहार के जमुई से इस तरह का एक मामला सामने आया है, जहां दो नाबालिग लड़कियों को डायन बताकर प्रताड़ित किया गया। इतना ही नहीं दोनों को अर्धनग्न कर पीटा भी गया।
मामला जिले के सिमुलतला थाना क्षेत्र के गादी टेलवा का है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 22 मई को गादी टेलवा में एक पांच महीने के बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने मृत बच्चे को नदी किनारे दफन कर दिया। इसके बाद बच्चे की मौत किन कारणों से हुई, इसका पता लगाने वो किसी तांत्रिक के पास चले गए। उस तांत्रिक ने बच्चे की मौत किसी डायन के द्वारा किए जाने की बात कही।
तांत्रिक ने यह भी कहा कि जहां पर बच्चे को दफन किया गया है, उसकी निगरानी करें। वह डायन उस बच्चे की लाश को लेने आएगी। परिजनों ने भी तांत्रिक की बात मान ली और उक्त स्थान का निगरानी करने लगे। सोमवार देर रात गांव की ही दो नाबालिग लड़कियां नदी किनारे शौच करने पहुंची। वहां मौजूद लोगों ने उनको पकड़ लिया।
दोनों नाबालिग लड़कियों को अर्धनग्न कर बुरी तरह से पीटा और फिर उनके बाल काट दिये। इतना ही नहीं दोनों नाबालिगों को बारिश में बीच सड़क पर खड़ा कर दिया गया। ग्रामीणों को जब इस घटना का पता चला तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस किसी तरह उन लड़़कियों को वहां से छुड़ाकर थाने ले आई। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।