लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

यूक्रेन संकट : ‘डॉक्टर बनने आए थे, जिंदगी ही फंस गई’, बिहार के छात्रों ने सरकार से लगाई बचाने की गुहार

इस युद्ध की वजह से कई भारतीय छात्र भी वहां फंसे हुए हैं। इस बीच उन छात्रों के लिए मुसीबतें बढ गई है जो युद्ध की आशंका के कारण अपने स्वदेश लौटना चाहते थे।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई की घोषणा के बाद से दोनों देशों के बीच भीषण जंग जारी है। इस युद्ध की वजह से कई भारतीय छात्र भी वहां फंसे हुए हैं। इस बीच उन छात्रों के लिए मुसीबतें बढ गई है जो युद्ध की आशंका के कारण अपने स्वदेश लौटना चाहते थे। बिहार के कई छात्र पढ़ने के लिए यूक्रेन जाते हैं। उनमें वहां से एमबीबीएस करने का उत्साह होता है, लेकिन आज ऐसे कई छात्र है जो वहां फंस गए हैं। इधर, बिहार सरकार इन छात्रों के वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है। बिहार के गोपालगंज के करीब 12 छात्र वहां फसे गए हैं। इन मेडिकल छात्रों की चिंता बढ़ गई है। दहशत में जिंदगी गुजार रहे ये छात्र भारतीय दुतावास के पास जाकर गुरुवार को एक वीडियो शेयर करते हुए सुरक्षित स्वदेश वापसी की गुहार लगाई है।
यूक्रेन से वीडियो शेयर करने वाले छात्र आजाद नगर निवासी राशिद रिजवान अली बताते हैं कि यहां 12 छात्र फंसे हैं। उन्होंने बताया कि सभी ओर बम धमाके हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूआनो में भी बम फट रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां हम दहशत में हैं और उधर परिवार वाले चिंतित हैं। रिजवान ने युद्ध की जानकारी जैसे ही अपनी मां को दी वह परेशान हो गई। उन्हें लगातार यूक्रेन में फंसे अपने लाडले की चिंता सताने लगी और बेटा कैसे भारत वापस आये, यह सोचते हुए रिजवान की मां को हार्ट अटैक आ गया। उन्हें इलाज के लिए पहले गोपालगंज भर्ती कराया गया जहां से उन्हें पटना रेफर कर दिया गया।
इधर, बंजारी मुहल्ले के रहने वाले हरेंद्र प्रसाद का पुत्र राहुल कुमार भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उन्होंने व्हाट्सअप कॉल कर अपने परिजनों से बात कर ढांढस बंधाया है, लेकिन परिजनों की चिंता दूर नहीं हुई है। राहुल के पिता हरेंद्र कहते हैं कि जंग के कारण पूरा परिवार चिंतित है। बम के धमाकों से सहमे छात्रों का कहना है कि डॉक्टर बनने का सपना लेकर आए थे लेकिन यहां जिंदगी ही फंस गई है। छात्र प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं।
कटिहार के बरारी के अंकित वर्मा भी यूक्रेन में फंसे हैं। वर्ष 2018 के अंतिम माह मे भारत से एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए मे यूक्रेन गए थे और वहां के फोर्थ ईयर के एमबीएसएस के छात्र हैं। अंकित ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से अपने परिजनों से बात की है। उन्होंने बताया कि यहां कटिहार के करीब 10 छात्र फंसे हुए हैं। इधर, मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के उज्जवल कुमार यूक्रेन के ओडेशा में फंसे हुए हैं। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि यूक्रेन की स्थिति लगातार खराब हो रही है। रोजमर्रा के सामान भी नहीं मिल रहे हैं। इसके अलावे भी बिहार के कई छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं।
इस बीच यूक्रेन में जारी वर्तमान संकट के मद्देनजर बिहार सरकार वहां रह रहे अपने सभी निवासियों को वापस लाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। बिहार की स्थानिक आयुक्त पलका साहनी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से निरंतर संपर्क में हैं और सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। पलका साहनी ने कहा कि रूस द्वारा यूक्रेन पर विशेष सैन्य अभियानों को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वहां रह रहे बिहारवासियों को स्वदेश लाने के हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। बिहार के स्थानिक आयुक्त ने छात्रों और उनके अभिभावकों सहित सभी बिहारवासियों को आश्वस्त किया है कि यूक्रेन में रह रहे बिहारवासियों की सुरक्षा के प्रति बिहार सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

18 + fifteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।