विपक्षी सदस्यों ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा, ज्ञापन में कहा गया है कि विपक्ष के लोक महत्व के किसी बातों को नहीं सुनाा जाता है, न ही सदन के सामने रखे जाने का अवसर दिया जाता है। इधर, मंत्री जीवेश मिश्रा ने मंत्री रामसूरत राय का बचाव करते हुए कहा कि मंत्री रामसूरत राय का उस स्कूल से कोई लेना-देना नहीं है, जहां से शराब की बरामदगी हुई है। मंत्री का 2012 में अपने भाई से रजिस्टर्ड बंटवारा हो चुका है।