पटना : उपराष्ट्रपति वेकैया नायडू ने बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने हेतु शिक्षा अवार्ड से सम्मानित किया है। बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद अपने आवास पर प्रेसवार्ता में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में तेजी से विकास हुआ है। जिसमें शिक्षकों की निुयक्ति इन्फ्रास्ट्रक्चर, भवन निर्माण, पंचायत स्तर पर विद्यालय खोला जाना इत्यादि सराहनीय कार्य रहा है।
जिससे केन्द्र सरकार ने बिहार में बढ़ती हुई शिक्षा के विकास को देखकर शिक्षा अवार्ड से सम्मानित किया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2005-06 में नीतीश सरकार के नेतृत्व में सरकार के गठन के उपरांत शिक्षा के क्षेत्र में लगातार विकास हुआ। विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने केलिए वर्ष 2006 में नये नियमावली का गठन कर पंचायती राज संस्थान को शिक्षकों के नियोजन का दायित्व सौंपा गया। इस दौरान लगभग 4लाख शिक्षकों का नियेाजन किया। आधारभूत संरचना के विकास हेतु प्रत्येक बसावट क्षेत्र में एक प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गयी है। प्रत्येक तीन किमी पर एक मध्य विद्यालय की सुविधा मुहैया कराया गया है।
इस दौरान 21 हजार से अधिक प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय की स्थापना की गयी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति हेतु सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जायेगा भारी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी।
उन्होंने टेट पास अभ्यार्थियों केबारे में कहा कि टेट पास अभ्यार्थियों की अवधि समाप्त होने के बावजूद उन्हें नियुक्ति में भरपूर मौका दिया जायेगा। उन्होंने केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के बयानों पर कहा कि उपेन्द्र जी केन्द्र सरकार में मंत्री हैं वे कभी भी राज्य सरकार के मंत्रियों को नीतिगत सलाह देने का फैसला नहीं किया। उन्हें बैठकर केन्द्र सरकार के शिक्षा मंत्री होने के नाते राज्य के शिक्षा मंत्री से बात करना चाहिए था। लेकिन उन्होंने ऐसा कमरना मुनासीब नहीं समझा।