राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गया के द्वारा नवरात्र के पांचवे दिन पथ संचलन एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 96 वर्ष पूर्व वर्ष-1925 विजयदशमी के दिन डॉ० केशव बलिराम हेडगेवार के द्वारा संघ का स्थापना किया गया था। तब से प्रत्येक वर्ष संघ अपना स्थापना दिवस शस्त्र पूजन कर एवं पथ संचलन कर मनाते आ रहा है। इस बार पथ संचलन में 155 स्वयंसेवक सम्मिलित हुए। संचलन के पश्चात् शस्त्र पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि श्री बी०के० मिश्रा, गया विभाग के सह विभाग संघचालक व मुख्य वक्ता श्री सियाशरण प्रसाद एवं नगर कार्यवाह सुनील कुमार ने एक साथ शस्त्र पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किए। शस्त्र पूजन कार्यक्रम में समाज के अन्य लोग भी सम्मिलित हुए। अपने उद्बोधन के दौरान श्री सियाशरण प्रसाद ने विजयदशमी की गौरवशाली इतिहास पर चर्चा करते हुए, संगठन शक्ति का उल्लेख कर सभी को संगठित रहने के लिए प्रेरित किए। सतयुग, त्रेतायुग एवं द्वापरयुग में भी बुराई पर अच्छाई की जीत संगठन शक्ति से ही हुई थी।
इसलिए कलयुग में भी पूरे समाज को संगठित होकर एक सुखी, समृद्ध व आत्मनिर्भर समाज का निर्माण करना होगा। मुख्य अतिथि श्री बी०के० मिश्रा भी युवाओं को भारत की गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए प्रेरित किए। कार्यक्रम में अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन गया नगर के सह नगर कार्यवाह आनन्द श्रीकर किए। पूरे आयोजन को सफल बनाने में हुलास कुमार, उत्तम प्रकाश, बबलू कुमार, सत्येन्द्र कुमार, संतोष कुमार, चन्दन भदानी, सुमित कुमार एवं अन्य स्वयंसेवकों की भूमिका सराहनीय रही।