पटना, 28 सितंबर: पूर्व विधान पार्षद डॉ रणवीर नंदन ने कहा कि ललन सिंह जी बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं, अभी लोकसभा सांसद हैं। यह सबकुछ उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की कृपा के कारण मिला है।
पूर्व विधान पार्षद डॉ. रणबीर नंदन नें कहा,लेकिन नीतीश जी के साथ रहते हुए इन तमाम उपलब्धियों के ग्रहण करने के बावजूद ललन सिंह जी ने नीतीश कुमार जी की शालीनता से कुछ नहीं सीखा। क्षेत्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय को हवा-हवाई अहंकार का नशा ऐसा चढ़ा है कि शालीनता उनके व्यक्तित्व के आसपास भी नहीं फटक रही है। मैंने पार्टी छोड़ी या पार्टी ने मुझे निष्कासित किया है, यह तो अलग बात है,लेकिन मुझे उखाड़ कर फेंक देने का जो दंभ ललन सिंह जी को हो गया है, वो लाइलाज है।
डॉक्टर नंदन ने कहा कि कार्यकर्ताओं से पार्टी बनती है। लेकिन कोई ऐसी भाषा बोलने लगे तो उसके अहंकार का अंदाजा लगाया जा सकता है। वैसे एक वक्त वह भी था जब ललन सिंह जी ही उखाड़ कर फेंक दिए गए थे। उस समय तो ललन जी का भाषण ऐसा था,कि वे नीतीश कुमार जी को ही कहते थे कि उनकी पेट में दांत है और उसका ऑपरेशन वे ही कर सकते हैं। क्या यही आचरण ठीक है? लगता है ललन जी को भाषाई मर्यादा से सरोकार ही नहीं है।
आचरण ही है कि उन्होंने आज तक पार्टी में चार लोगों को जोड़ा नहीं है, यह भी एक रिकॉर्ड ही है। जद (यू )का क्या होगा यह तो भगवान जाने, लेकिन ऐसी सोच पर हंसने के अलावा कुछ भी नहीं किया जा सकता।