बीते दिनो कनाडा में खालिस्तानी समर्थक और गैंगस्टर सुखदूल सिंह हत्या हुई जिसकी जिसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ली है। बता दें हत्या के कुछ घंटे बाद ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पर पोस्ट करके दुनेका के हत्या की जिम्मेदारी ली है।
लॉरेंस बिश्नोई ने फेसबुक पर ली थी जिम्मेदारी
इन सबके बीच बड़ा सवाल है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जेल में बंद होते हुए भी उसने दुनेका की हत्या कि जिम्मेदारी क्यों ली क्या उसने जेल में रहते हुए दुनेका की हत्या करवा दी। लॉरेंस ने फेसबुक पर ये जिम्मेदारी ली है। इस तरह की बाते सोशल मीडिया पर चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है की जिस तरह से अतीक अहमद लोगों की हत्या जेल में रहकर करावाता था वैसे ही लॉरेंस बिश्नोई जेल में रहकर अपनैे दुश्मनों की हत्या करवा रहा है।
जेल सुपरिटेंडेंट ने किया खंडन
इस मामले पर अब साबरमती जेल अधिकारियों का बयान सामने आया है। जिसमें अधिकारियों ने हत्या का दावा करने वाली फेसबुक पोस्ट में बिश्नोई की भूमिका से इनकार किया है। साबरमती सेंट्रल जेल की सुपरिटेंडेंट श्वेता श्रीमाली ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' को बताया है कि ऐसा नहीं है कि लॉरेंस ने इसे जेल से पोस्ट किया है।
फर्जी अकाउंट से दुनेका की मौत की जिम्मेदारी ली गई
हालांकि, यह संभव है कि उनके नाम से कई फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट चल रहे हों जिन्होंने यह पोस्ट किया हो श्वेता ने दावा किया कि यह पोस्ट न तो बिश्नोई ने किया था और न ही उन्होंने इस तरह की पोस्ट करने की सहमति दी थी क्यों कि जेल में उनसे मिलने कोई भी नहीं आया था। सुपरिटेंडेंट ने कहा कि पोस्ट करने वाला कोई भी हो सकता है जिसने इसे उसकी मंजूरी या सहमति के बिना किया हो।
साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई
बता दे लॉरेंस बिश्नोई गैंगस्टर है जिसे पहली बार सितंबर 2022 में गुजरात (एटीएस) ने हिरासत में लिया था। तब लॉरेंस के पास से तकरीबन 194 करोड़ रुपये और 38 किलोग्राम हेरोइन जब्ती की कई थी.उसके खिलाफ यूएपीए के आरोप लगने के बाद एटीएस ने अगस्त में उसे दूसरी बार हिरासत में लिया था। चार दिन की एटीएस हिरासत में भेजने के बाद बिश्नोई को न्यायिक हिरासत में साबरमती सेंट्रल जेल में भेजा गया था। जिसके बाद से ही वो जेल में बंद है वहीं से वो अपना गैेंग चलाता है।