लोक जनषक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद आदरणीय चिराग पासवान जी ने कहा है कि वे बिहार में शासन-व्यवस्था की खामियों पर अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे। उनका कहना है कि वे न तो किसी से डरते हैं और ना ही विषम परिस्थिति से घबड़ाते हैं। इसलिए बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के अपने मिषन की राह में आनेवाली हर चुनौती का मुकाबला करने को वे तैयार हैं।
लोजपा(रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या जहरीली शराब से हुई मौत के पीड़ित परिवार के दर्द को सामने लाना और ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेवार सरकार की नाकामी उजागर करना गुनाह है। उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में रहनेवाली बेटियों के साथ प्रषासनिक संरक्षण में दुराचार का विरोध करना गुनाह है। श्री चिराग ने जानना चाहा कि क्या खाद के लिए भटकते किसानों पर पुलिसिया दमन के खिलाफ आवाज उठाना सियासत है। उन्होंने कहा कि क्या पंचायत के वार्ड सचिवों की हकमारी पर सवाल उठाना गलत है। श्री चिराग ने कहा कि क्या हमारे बेरोजगार नौजवानों को रोजगार नहीं दिए जाने पर सरकार से सवाल पूछना अलोकतांत्रिक है। उन्होेंने कहा कि क्या बढ़ते दलित-उत्पीड़न के खिलाफ सोयी हुई निरंकुष सरकार को झकझोरना सही नहीं है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या प्रदेष में खस्ताहाल हो चुकी षिक्षा व्यवस्था में सुधार की बात करना और भ्रष्टाचार तथा बेलगाम अफसरषाही से त्रस्त जनता की पीड़ा को आवाज देना अलोकतांत्रिक कदम है। लोजपा(रा) अध्यक्ष ने कहा कि यदि मुख्यमंत्रीजी एवं उनकी सरकार की नजर में यह गलत है तो उनकी सोच उन्हें मुबारक। उन्होंने कहा कि मैं सत्ता पाने के लिए कुर्सी रेस में भागलेने वाली राजनीति नहीं करता। यदि यही करना होता तो आज मैं बिहार में एनडीए का हिस्सा होता।
उन्होंने का कि मैं अपने बिहार प्रदेष को विकसित तथा अपने राज्य के लोगों को खुषहाल देखना चाहता हूं और लोजपा(रा) परिवार इसके लिए जनता के आषीर्वाद के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि इन्ही विषयों को लेकर प्रदेष में सरकार की नाकामी एवं प्रषासनिक अराजकता के खिलाफ हमारी पार्टी 15 फरवरी को पटना में बिहार बचाओं राजभवन मार्च का आयोजन करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में उत्पन्न स्थिति से जनता त्रस्त है और वह व्यवस्था परिवर्तन चाहती है। श्री चिराग ने कहा कि जनता की चाहत के तहत हमारी पार्टी की ओर से संघर्ष का यह शंखनाद होगा।