राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने पिता द्वारा स्थापित और अब छोटे भाई तेजस्वी के नेतृत्व वाली पार्टी को बड़ा झटका देते हुए “इस्तीफा” देने की घोषणा की है। तेज प्रताप ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर अपने पिता और छोटे भाई, मां राबड़ी देवी, बहन मीसा भारती और हरियाणा कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव को टैग करते हुए इस बात की घोषणा की।
तेजप्रताप अपने पिता लालू यादव को सौंपेंगे इस्तीफा?
राज्य में हसनपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता ने ट्वीट किया कि वह अपना इस्तीफा अपने पिता को सौंपेंगे, जो वर्तमान में चारा घोटाला के कई मामलों में सजा काट रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि उनका इरादा पार्टी या राज्य विधानसभा या दोनों की सदस्यता छोड़ने का है या नहीं। यह घटनाक्रम पार्टी के एक पदाधिकारी द्वारा तेज प्रताप पर मारपीट का आरोप लगाने के कुछ घंटों बाद आया है, जिस पर राजद ने अब तक प्रतिक्रिया देने से परहेज किया है। खुद तेज प्रताप ने भी इसका कोई जिक्र नहीं किया है।
तेजप्रताप पर लगे मारपीट के आरोप, नेता ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
युवा राजद की नगर इकाई के प्रमुख रामराज यादव ने आरोप लगाया था कि तेज प्रताप ने शुक्रवार को उनकी मां राबड़ी देवी के घर के अंदर अपने वफादार समर्थकों की मदद से उन्हें निर्वस्त्र किया, पीटा और गाली दी। रामराज ने आरोप लगाया, “उन्होंने न केवल मेरे खिलाफ, बल्कि (छोटे भाई) तेजस्वी यादव और यहां तक कि (पिता) लालू प्रसाद के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया।”
RJD के लिए मुश्किलों का सबब बनेंगे तेजप्रताप
अस्थिर स्वभाव के लिए जाने जाने वाले तेज प्रताप ने 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले एक समानांतर संगठन बनाया था, जब उनके कुछ साथियों को राजद ने टिकट देने से इंकार किया था। हालांकि, वह विभाजन की अटकलों को झुठलाते हुए पार्टी के साथ बने रहे। पिछले साल उन्होंने अपने एक करीबी सहयोगी को राजद के छात्र संगठन से बर्खास्त किए जाने के बाद फिर से छात्र जनशक्ति परिषद का गठन किया। तेज प्रताप ने हाल ही में नीतीश कुमार के साथ “निजी बात” करने का भी दावा किया था और बिहार की राजनीति में एक बड़ा “खेला” (खेल) का दावा किया था, वहीं राजद ने उनके दावे से दूरी बना ली थी।