बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज दावा किया जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छे 370 के विभेदकारी प्रावधानों के समाप्त होने से बिहार के लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने ट््वीट कर कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के दिल्ली की तरह नया केंद, शासित प्रदेश बनने से बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग भी अब वहां जाकर बस सकेंगे। जिन बिहारियों ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली के विकास में बड़ मेहनत से योगदान किया, वे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की तेज तरक्की में भी अपनी किस्मत चमकाने के अवसर ढूंढ लेंगे।
श्री मोदी ने दावा किया कि अनुच्छेद 370 के विभेदकारी प्रावधानों का हटना बिहार के लाखों युवाओं के लिए रोजगार के रोमांचक अवसर देने वाला सिद्ध होगा।
भाजपा नेता ने एक अन्य ट््वीट में कहा कि कांग्रेस में जनार्दन द्विवेदी और राज्यसभा के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देने वाले भुवनेश्वर कलीता जैसे लोगों की आवाज दबायी जा रही है, जो श्री राहुल गांधी को यह नहीं समझा सके कि अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने का फैसला देशहित में है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बदले स्वरूप पर यदि राहुल गांधी और इमरान खान समान रूप से परेशान हैं, तो कांग्रेस की देशभक्ति पर सवाल उठायेंगे ही।
श्री मोदी ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के शिकंजे से आजादी दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साहसिक कदम का कोटि-कोटि अभिनंदन! प्रधानमंत्री ने सत्ता में आने के 100 दिन के भीतर तीन तलाक और कश्मीर के मुद्दे पर देश की जनता से किया गया वादा पूरा किया। हम भाज्ञशाली हैं कि हमारे सामने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना पूरा हो रहा है।
भाजपा नेता ने कहा कि अगले साल से 05 अगस्त कश्मीर मुक्ति दिवस के रूप मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने देश को स्वाधीनता दिवस से पहले गर्व करने का एक और अवसर दे दिया।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 ने कश्मीर को भारत से जोड़ने के बजाय तोड़ने का काम किया इसलिए राष्ट्रपति ने इस अस्थायी प्रावधान को हटाने का आदेश जारी कर आजादी का अधूरा एजेंडा पूरा कर दिया।