अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा ‘‘दे दे प्यार दे’’ में आलोक नाथ के साथ काम करने के लिए अजय देवगन की आलोचना करने के एक दिन बाद, बॉलीवुड अभिनेता देवगन ने स्पष्ट किया है कि वह फिल्म को फिर से शूट करने का निर्णय अकेले नहीं ले सकते थे।
तनुश्री ने कहा था कि नाथ पर सार्वजनिक तौर पर लगाए गए आरोपों के बाद उनके दृश्यों को फिर से शूट करना संभव था, लेकिन नहीं, उन्हें तो अपनी फिल्म में कथित बलात्कारी को रखना था और न केवल (आरोप लगाने वाली विंता नंदा के) उनपर बल्कि हम सभी के जख्मों पर नमक छिड़कना था।
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने अजय देवगन पर आलोकनाथ का बॉलीवुड में वापसी करने का समर्थन करने का भी आरोप लगाया। इससे पहले भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब अजय देवगन से अलोक नाथ पर सवाल पूछे गए थे तो उन्होंने ये कहते हुए टाल दिया था की ये सही समय नहीं है।
गौरतलब है कि अभिनेता आलोक नाथ पर लेखक विंता नंदा ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और फिलहाल उन्हें अग्रिम जमानत मिली हुई है।
जवाब में, अजय ने गुरुवार को एक बयान जारी कर #मीटू आंदोलन को अपना समर्थन दोहराने की पुष्टि की। अजय देवगन ने कहा की वो अकेले इस बात का फैसल नहीं ले सकते की किसे फिल्म में रखना है और किसे नहीं।
अजय देवगन ने कहा, ‘‘जब पूरा #मीटू आंदोलन चला, तो मैंने फिल्म उद्योग के अपने कई सहयोगियों के साथ स्पष्ट कहा था कि मैं कार्यस्थल पर हर एक महिला का सम्मान करता हूं और मैं उनके खिलाफ किसी भी अन्याय या अत्याचार का समर्थन नहीं करता हूं। मेरे उस रुख में कुछ भी बदलाव नहीं आया है।’’
अब देखना होगा की तनुश्री दत्ता अजय के बयान पर क्या पलटवार करती है क्योंकि जिस तरह बीते कुछ समय से तनुश्री #मीटू पर मुखर रही है उसे देखकर लगता है की जल्द की तनुश्री की प्रतिक्रया भी सामने आएगी।