पाकिस्तानी सिंगर अली जफर ने अपने करियर में एक खास मुकाम पाया है। अली ने बॉलीवुड की फिल्मों में एक्टिंग के साथ कई बेहतरीन गानों को अपनी आवाज दी है। लेकिन कुछ समय पहले अली पर एक्ट्रेस मीशा शफी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। अभिनेत्री की ओर से लगाए गए आरोपों पर कोर्ट में सुनवाई भी हुई थी, जिसके बाद अदालत ने मीशा के अली जफर पर लगाए सभी आरोपों को खारिज कर दिया था। अली को इस मामले में बड़ी राहत कोर्ट से मिली है।
अब इस मामले में मीशा शफी को तीन साल की सजा हुई है। जिसके बाद एक्ट्रेस ने सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अली जफर का सिंगर और एक्ट्रेस मीशा पर आरोप था कि उनके आरोपों से ना सिर्फ उनकी इमेज धूमिल हुई बल्की करियर में भी बड़ा नुकसान हुआ है। मीशा शफी ने #MeToo कैम्पेन के दौरान अली जफर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। एक्ट्रेस का आरोप था कि सिंगर ने अपने घर में रिकॉर्डिंग स्टूडियो में उनके साथ गलत व्यवहार किया। लेकिन, अली जफर ने एक्ट्रेस के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
जब मीशा के सभी आरोप खारिज हुए थे तो उन्होंने अली से माफी भी मांगी थी। इस बात की जानकारी सिंगर ने दी थी। अली ने कहा था कि मीशा ने निजी तौर पर उन्हें मैसेज के जरिए मांफी मांगी है, लेकिन मैं उन्हें तब तक माफ नहीं कर सकता जब तक वो सार्वजनिक तौर पर मांफी नहीं मांग लेती हैं।
आपको बता दें कि मीटू अभियान के दौरान मीशा शफी ने अली जफर पर आरोप लगाया था। मीशा के अनुसार अली ने अपने घर के रिकॉर्डिंग स्टूडियो में उनका यौन शोषण किया था। उन्होंने कहा था कि, ‘वह अपने पति के साथ अली जफर के ससुराल में किसी कार्यक्रम के दौरान मिलने गई थीं, जहां अली ने उन्हें घर के किसी कमरे में ले जाकर उनका यौन उत्पीड़न किया था।
अली ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत पाकिस्तानी टेलीविजन ड्रामा से की थी, उसके बाद वह भारत आ गए थे। यहाँ उन्होंने अभिषेक शर्मा निर्देशित फिल्म तेरे बिन लादेन से हिंदी सिनेमा में कदम रखा। हालंकि यह फिल्म तो नहीं चली, लेकिन उन्होंने अपनी एक्टिंग से दर्शकों के दिल में अपनी एक अलग छाप जरूर छोड़ी थी।