ब्लाकबस्टर फिल्मों में लिखने वाले कादर खान ने हर तरह की फिल्मों में काम किया हैं उनके हर फिल्म में जबरदस्त प्रर्दशन के बाद कादर खान ने एक इंटरव्यू में कहा कि अपने जीवन की कुछ बातें शेयर की हैं। बॉलीवुड अभिनेता कॉमेडियन डायरेक्टर और डायलॉग राइटर कादर खान की अखिरी बार फिल्म हो गया दिमाग का दही में वह नजर आए थे।
कुली,मुकद्दर का सिकंदर ,लवारिस,शराबी और अमर अकबर एंथनी जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम करने वाले कादर खान के लिए बॉलीवुड में पहचान बनाना बहुत आसान नहीं था। कादर खान ने हर तरीके की फिल्म में काम किया है। कादर खान चार भाई थे लेकिन 8 साल की उम्र होते ही उनके तीनों भाई की मौत हो गई जिसके बाद वह अपनी मां के साथ मुंबई रहने आ गए थे। कादर खान का बचपन भी काफी गरीबी में गुजरा था।
कादर बताते हैं कि एक बार निराश होकर वह फैक्ट्री में काम करने जा रहे थे तो उनकी मां ने उन्हें समझाया कि फैक्ट्री में काम करने से गरीबी दूर नहीं होगी। अगर तुम सच में कुछ करना चाहते हो तो कलम उठाओ।इसके बाद का कादर खान ने पढ़ाई में दिल लगाया और कॉलेज में ड्रामा लिखने लगे। लोग उनके काम को पसंद भी किया।
इसके बाद वो फिल्में लिखने लगे। कादर बताते हैं कि एक बार वो फिल्म ‘मुकद्दर का सिकंदर’ का स्क्रिप्ट लेकर फिल्म सेट पर पहुंचे तो अमिताभ बच्चन ने उन्हें कहा क्या कादर भाई एक सीन 16 पेज का आपने तो पूरी किताब ही लिख डाली है।
आपको बता दें कि कादर खान ने अमिताभ बच्चन जो गाने से पहले स्पीच देते हैं उसको 16 पेजों में लिखा था। कादर खान का कहना है कि उस स्पीच में उन्होंने अपनी पूरी कहानी लिख डाली थी। कादर खान ने जब इस स्पीच को अमिताभ को सुनाया तो उनकी आंखो में आंसू आ गए और इसके बाद अमिताभ ने कादर खान को कहा सर जी आप बहुत ग्रेट हो।