बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और वेटेरन अभिनेत्री जया बच्चन की शादी को करीब 46 साल हो चुके है और इस कपल को बॉलीवुड का आइडियल कपल माना जाता है। अवार्ड फंक्शन में जब ये जोड़ी पहुँचती है तो तालियां अपने आप बज उठती है।
आज हम आपको अमिताभ और ज्या की शादी से जुड़ा एक ऐसा किस्सा बता रहे है जिससे आप अनजान होंगे। अमिताभ और जया की मुलाकात सबसे पहले ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म गुड्डी के सेट पर हुई थी जिसमे दोनों को कास्ट किया गया था।
बाद में अमिताभ को इस फिल्म से हटा दिया गया था पर अमिताभ और जया के बीच प्यार और सहानुभूति की भावना जग चुकी थी। इसके बाद साल 1973 में ‘अभिमान’ फिल्म में अमिताभ बच्चन और जया की जोड़ी सिल्वर स्क्रीन पर नजर आयी।
इस फिल्म के दौरान ही जया और अमिताभ ने शादी करने का फैसला ले लिया था। इस फिल्म के बाद जया और अमिताभ छुट्टियाँ बिताने विदेश जाना चाहते थे पर अमिताभ के पिता हरिवंशराय बच्चन ने फैसला किया की पहले दोनों शादी करें।
इसके बाद 3 जून 1973 को अमिताभ और जया की शादी हुई। ये शादी समारोह बेहद सादे तरीके का था और यहाँ तक की कार्ड भी बेहद सिंपल था। इस कार्ड में लिखा था , ” ‘हमारे सुपुत्र अमिताभ और श्रीमती और श्री तरण कुमार भादुड़ी की सुपुत्री जया का शुभ-विवाह रविवार 3 जून को बम्बई में संपन्न हुआ। आपके आशीर्वाद की कामना है।’
आपको जानकर हैरानी होगी की अमिताभ की शादी में बरात में पिता समेत केवल 5 लोग शामिल हुए थे। शादी की सभी रस्में बेहद सादगी से संपन्न हुई। फिल्म इंडस्ट्री ने सिर्फ गुलजार साहब थे।
वहीँ जया बच्चन की तरफ से परिवार के सदस्यों के अलावा एक्टर असरानी और फरीदा जलाल ही फिल्म इंडस्ट्री से थे जिन्होंने बरात की मेज़बानी की थी। बेहद सादे समारोह के बाद रिसेप्शन दिया गया था।
जया बच्चन के परिवार की तरफ से भोपाल में शादी का ग्रैंड रिसेप्शन दिया गया था जिसमे फिल्म इंडस्ट्री के साथ साथ राजनीती की तमाम दिग्गज हस्तियां शामिल हुई थी। मध्य प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल सत्यनारायण सिन्हा भी इस रिसेप्शन में पहुंचे थे।