टीवी का मशहूर रियलिटी शो कौन बनेगा करोड़पति का 12वां सीजन शुरू हो गया है। इस सीजन को तीन हफ्ते का समय बीत गया है। हर बार की तरह अपनी लोकप्रियता का इस शो ने कायम रखा है। शो की शूटिंग प्रक्रिया और गेम खेलने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव कोरोना महामारी के कारण हुए हैं। कोरोना से उभरने के बाद से बिग बी भी अपने इस शो को लेकर बहुत उत्साहित नजर आए हैं और उतनी ही मेहनत भी कर रहे हैं।
केबीसी की शूटिंग के दौरान की तस्वीर हाल ही में ट्विटर पर बिग साझा की है। अमिताभ बच्चन ने अपनी पोस्ट में एक प्यारा सा कैप्शन भी लिखा। बिग बी ने ट्वीट में लिखा, कर्म ही पूजा है, त्यौहार तो मनते ही रहते हैं, लेकिन हर रोज काम करने की मंशा बनी रहनी चाहिए। कर्म ही गुरु है, कर्म ही मोक्ष है। आलस्य एक दीवार है, इससे ऊपर कूंदे और लक्ष्य को प्राप्त करें। हर दुविधा का सामना करें और इसे काम की गंभीरता का पाठ पढ़ाए।
T 3693 –
Work is worship .. festivities be celebrated .. but each day the intent of work keeps on .. work is the master .. work is the deliverance .. idleness is the wall .. jump over it and achieve .. face each resistance and show it the intent of your work .. pic.twitter.com/rtQvyroSTO— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) October 18, 2020
प्रेरणादायक अभिषेक बच्चन ने बताया
बिग बी के इस ट्वीट पर फैंस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि बेटे अभिषेक बच्चन भी पिता अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट से बहुत प्रेरित हुए हैं। अभिषेक ने ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, यह प्रेरणादयाक है।
This!!!!! #inspiration. https://t.co/CSXnjX6rRW
— Abhishek Bachchan (@juniorbachchan) October 18, 2020
खुशी जताई त्यौहारों को लेकर
अपने ब्लॉग में अमिताभ बच्चन ने लिखा, और वे कहते हैं कि फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो गई है। नवरात्रि, दुगार्पूजा और जल्द ही आने वाली है दिवाली और इन सबके बीच हम में त्यौहारों के जश्न की सीमितता देखने को मिल रही है, लेकिन पूजा-अर्चना करने का उत्साह, अच्छाई की कामना करना और त्यौहार को मनाने के जश्न में कोई बदलाव नहीं है। यह बिल्कुल पहले जैसा ही है। इसकी उपस्थिति भक्तिमय है।
ताजा होती हैं यादें
बिग बी ने आगे कहा, इस तरह के क्षण अपने साथ कई आनंद की अनुभूति लेकर आते हैं। दोस्तों, रिश्तेदारों संग बिताए गए वक्त, रीति-रिवाज जैसी कई पुरानी यादें ताजा होती हैं। आसपास के वातावरण में पूर्णता का एहसास होता है, क्योंकि हवा में तापमान का प्रभाव कम दिखने लगता है और सूर्य देवता भी काफी बेहतरीन तरीके से अपनी शौर्यता का प्रदर्शन करना शुरू कर देते हैं।