अनुपम खेर अपनी फिल्मों से लेकर पर्सनल लाइफ पर अक्सर खुलकर बात करते आए हैं। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले दिग्गज अभिनेता फैंस के साथ अपने परिवार की झलकियां शेयर करने से भी नहीं हिचकिचाते। पत्नी किरण खेर, बेटे सिकंदर से लेकर मां तक, अनुपम अपने परिवार के साथ अक्सर तस्वीरें-वीडियो शेयर करते हैं। दूसरी तरफ, कोई मुद्दा हो तो उसे भी एड्रेस करने के लिए अनुपम खेर सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं। 2020 में अनुपम खेर का नसीरुद्दीन शाह से कुछ विवाद हो गया था, जिस पर अब उन्होंने खुलकर बात की है। इस पूरे विवाद पर अनुपम खेर का कहना है कि नसीरुद्दीन शाह को जवाब देना जरूरी था, इसलिए उन्होंने दिग्गज अभिनेता को जवाब दिया। हालांकि, उन्होंने ये भी बताया कि इस पूरे विवाद के बाद जब वह उनसे मिले तो दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया था।
क्या और क्यों हुआ था नसीरुद्दीन-अनुपम खेर में विवाद?
अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह दोनों ने ही नेशनल स्कूल ऑफ ड्राम से पढ़ाई की है. यहीं दोनों ने एक्टिंग सीखी. दोनों ने कुछ फिल्में साथ की हैं जिसमें 2008 में आई ए वेडनस्डे काफी हिट और चर्चित रही थी.
2020 में दीपिका पादुकोण अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए जेएनयू में विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ खड़ी नजर आई थीं. दीपिका के फेवर में बोलते हुए नसीरुद्दीन ने अनुपम खेर को जोकर और साइकोपैथ कह दिया था. ये उनके खून में है और अनुपम को सीरियसली नहीं लेना चाहिए.
नसीर सर को जवाब देना जरूरी था- अनुपम खेर
नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर के बीच 2020 में ये विवाद दीपिका पादुकोण के जेएनयू विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद शुरू हुआ था। अब शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट में बात करते हुए अनुपम खेर ने एक बार फिर इस विवाद पर बात की। उनसे जब पूछा गया कि 'दो दोस्त या साथ काम कर रहे दो लोग जब अलग-अलग पॉलिटिकल ओपिनियन रखते हैं तो क्या होता है?' जवाब में कहा- 'मैंने कभी भी पर्सनल रिलेशन खराब नहीं किए। नसीर साहब के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है। लेकिन, जब उन्होंने मेरे बारे में उल्टा-सीधा बोला तो मुझे लगा कि उन्हें जवाब देना जरूरी है। मैंने भगवत गीता पढ़ी है। उसमें कृष्ण ने अर्जुन से जब कहा था- कि ये तुम्हारा परिवार नहीं है, ये तुम्हे करना ही होगा। तो मुझे भी सच बोलना पड़ा।'
हाल में मिले दोनों एक्टर, लगाया था गले
अनुपम खेर ने कहा कि प्यार थोड़ा कम होता है पर हम हाल में ही हमारे चार्टेड अकाउंटेंट के चौथे में मिले थे. मैंने उन्हें गले भी लगाया था. उन्होंने कहा था कि खून में ऐसा था, उस वक्त सामने वाले की इज्जत रखते हुए जवाब तो देना पड़ता है.
अनुपम खेर ने भी कहा कि कोई भी ये नहीं कह सकता कि वो ए-पॉलिटिकल है. अगर आप वोट देते हैं तो फिर आप कैसे ए-पॉलिटिकल हो सकते हैं. इससे किसी को कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए.