Bad Newz Review: कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जिन्हें देखने के लिए दिमाग नहीं लगाना पड़ता बल्कि मैं तो कहूंगा दिमाग को फ्रिज मैं रखकर आना पड़ता है और वैसे भी दिमाग हम हमेशा लगाते हैं, अब फिल्म देखते टाइम भी लगाएं, फिल्म एंटरटेन होने के लिए देखी जाती है और ये फिल्म आपको सिर्फ और सिर्फ एंटरटेन करती है, ये एक मस्त टाइम पास फिल्म है जिसे बिना लॉजिक के देखेंगे तो मजा आएगा.
कहानी: तृप्ति डिमरी प्रेग्नेंट हो जाती हैं लेकिन ये नहीं पता कि बच्चा किसका है. उनके एक्स हसबैंड विक्की कौशल का, या उनके बॉस एमी विर्क का, डॉक्टर बताते हैं ये दोनों का है और ऐसा लाखों में एक केस होता है, जिसे 'हीट्रोपैटर्नल सुपरफेकेंडेशन' कहते हैं. अब बच्चे का बाप कौन, यही कहानी है, बाकी की कहानी थिएटर में देखिएगा.
कैसी है फिल्म: ये फिल्म बिना लॉजिक के देखेंगे तो अच्छी लगेगी, मजा आएगा, आप एंटरटेन होंगे, शुरूआत ठीक ठाक है, फिर फिल्म पेस पकड़ती है. सेकेंड हाफ में थोड़ा सा निराश करती है, बीच-बीच में कई ऐसे सीन आते हैं जहां आप हंसते हैं, आपको मजा आता है, हां कोई ऐसा सीन नहीं है जिसमें आप पेट पकड़कर हंसे लेकिन विक्की कौशल अपने चार्म से आपको थिएटर की सीट से चिपकाए रखते हैं. ये फिल्म बिना दिमाग का इस्तेमाल किए देखिए, ये क्यों हुआ, इसका क्या लॉजिक है, तृप्ति का कैरेक्टर ऐसा क्यों कर रहा है, ये सब सोचेंगे तो फिल्म में कई कमियां दिखेंगी जो हर फिल्म में होती हैं.
इसमें भी हैं थोड़ा और अच्छा स्क्रीनप्ले हो सकता था, कुछ और कॉमिक पंच डाले जा सकते थे, थोड़ी और अच्छी कॉमिक सिचुएश डाली जा सकती है और अगर ऐसा होता तो ये फिल्म और शानदार बनती लेकिन इसके बावजूद ये फिल्म आपको एंटरटेन करने में कामयाब होती है और पूरा थिएटर एंड में विक्की के गाने तौबा तौबा को देखने के लिए रुकता है, विक्की की एनर्जी कमाल है और अब विक्की कौशल जिस गाने पर डांस कर लेते हैं वो वायरल होता है, वो बॉलीवुड के बेस्ट डांसर्स में से एक भी बनते जा रहे हैं और अब उन्हें एक बोर्ड लगा देना चाहिए कि हमारे यहां गाने वायरल किए जाते हैं.
एक्टिंग: विक्की कौशल फिल्म की जान हैं, वो हर सीन में कमाल हैं. वो चाप बेचने वाले अखिल चड्ढा के किरदार में हैं जो ओवर द टॉप है और विक्की इस किरदार को बखूबी निभाते हैं. उनकी रेज हैरान करती है, कहां सैम बहादुर का सैम और कहां ये किरदार, विक्की अपनी एक्टिंग के हुनर को निखार रहे हैं और बहुत से लोग सिर्फ उनके लिए ये फिल्म देख सकते हैं, एमी विर्क अच्छे लगे हैं,उनकी कॉमिक टाइमिंग शानदार है, विक्की के साथ उनकी केमिस्ट्री अच्छी है, तृप्ति डिमरी का काम भी अच्छा है, वो लगी भी खूबसूरत हैं, नेहा धूपिया ने अच्छा काम किया है, अनन्या पांडे का केमियो भी देखने को मिलेगा और वो खुद देखकर बताइएगा कैसा लगा.
डायरेक्शन: आनंद तिवारी का डायरेक्शन ठीक है, उनके पास बड़े सितारे थे और अगर स्क्रिप्ट में थोड़ा और दम होता तो ये और शानदार फिल्म बनती. सेकेंड हाफ पर और मेहनत करने की जरूरत थी.
म्यूजिक: फिल्म का म्यूजिक अच्छा है, पुराने गानों का बखूबी इस्तेमाल किया गया है, 'तौबा तौबा' तो हर जगह वायरल है, कई लोगों ने मिलकर फिल्म का म्यूजिक बनाया है.