Chandu Champion: चंदू चैंपियन' भारत के पहले पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मुरलीकांत पेटकर की बायोपिक है फिल्म में कार्तिक आर्यन ने मुरलीकांत पेटकर की भूमिका निभाई है,कार्तिक आर्यन ने इस बार कॉमेडी से हटकर अपने दर्शकों को कुछ अलग दिखाने की कोशिश की।
HIGHLIGHTS
कबीर खान के निर्देशन में बनी कार्तिक आर्यन स्टारर फिल्म 'चंदू चैंपियन' 14 जून को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में कार्तिक ने फर्स्ट पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट 'मुरलीकांत पेटकर' का किरदार अदा किया था।हालांकि काफी प्रमोशन और उम्मीदों के साथ रिलीज हुई इस फिल्म की शुरुआत थोड़ी धीमी रही लेकिन फिर वीकेंड पर तो इस फिल्म ने टिकट काउंटर पर कब्जा कर लिया और जमकर कमाई कर ली, चलिए यहां जानते हैं 'चंदू चैंपियन' ने रिलीज के चौथे दिन यानी रिलीज के चौथे दिन कितना कलेक्शन किया।
बॉक्स ऑफिस पर रिलीज के पहले दिन 'चंदू चैंपियन' की स्लो स्टार्टिंग हुई तो कार्तिक आर्यन से लेकर मेकर्स तक के मुंह लटक गए होंगे लेकिन वीकेंड पर फिल्म ने जो रफ्तार पकड़ी वो सभी के लिए राहत की सांस ले आई. ……पॉजिटिव वर्ड ऑफ माउथ और शानदार रिव्यू की बदौलत 'चंदू चैंपियन' का ओपनिंग वीकेंड शानदार रहा और इसने शानदार कलेक्शन कर लिया।
फिल्म की कमाई की बात करें तो 'चंदू चैंपियन' ने रिलीज के पहले दिन 5.40 करोड़ की कमाई की, दूसरे दिन फिल्म ने 7.70 करोड़ का कलेक्शन किया. वहीं तीसरे दिन 'चंदू चैंपियन' ने जबरदस्त उछाल लेते हुए 11.01 करोड़ का कलेक्शन किया. इसी के साथ इस फिल्म ने ओपनिंग वीकेंड़ पर 24.11 करोड़ का कलेक्शन किया, वहीं अब इस फिल्म की कमाई के चौथे दिन यानी सोमवार की कमाई के शुरुआती आंकड़े आ गए हैं, फिल्म को सोमवार को बकरीद की छुट्टी का फायदा
अर्ली ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक 'चंदू चैंपियन' ने रिलीज के चौथे दिन यानी सोमवार को 4.75 करोड़ का कलेक्शन किया.
इसी के साथ 'चंदू चैंपियन' का चार दिनों का कुल कलेक्शन अब 28.86 करोड़ रुपये हो गया है।
'चंदू चैंपियन' ने बेशक स्लो स्टार्ट की हो लेकिन अब इसने बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है फिल्म ने वीकेंड़ पर तो खूब नोट छापे ही हैं वहीं मंडे टेस्ट में भी 'चंदू चैंपियन' ने शानदार कलेक्शन कर लिया है… फिल्म की कमाई की रफ्तार देखते हुए लग रहा है कि ये जल्द ही 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो जाएगी. इसी के साथ ये उम्मीद भी लग रही है कि बड़े बजट वाली ये फिल्म वो कमाल कर सकती है जो इस साल रिलीज हुई कई बड़ी फिल्में नहीं कर पाई है।
कार्तिक आर्यन मुरलीकांत पेटेकर के किरदार में हैं जिन्होंने घर वालों से छुपकर दंगल सीखा। अखाड़े में गांव के दामाद को हराया तो गांव से भागना पड़ा। भागते भागते फौजी बने। फौज में भरती हुए ओलंपिक का गोल्ड मेडल जीतने का सपना लेकर और जब गोल्ड मेडल मिला, तब तक उनके जिस्म में नौ गोलियां पैबस्त हो चुकी थीं। वह लंबे समय तक कोमा में रह चुके थे। कमर के नीचे का हिस्सा पूरी तरह बेकार हो चुका था। आत्महत्या की कोशिश कर चुके थे मुरलीकांत पेटकर की ये कहानी सुनने में वाकई बहुत रोचक है। कहानी फिल्म में वहां से शुरू होती है जहां बुजुर्ग मुरलीकांत थाने में भारत के राष्ट्रपति के खिलाफ 'एफआईआर' कराने पहुंचे हैं। भारत के किसी भी थाने या अदालत में भारत के राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा न लिखा जा सकता है और न ही चलाया जा सकता है। ये एक सम्मान है भारत के संविधान का अपने राष्ट्रपति के लिए। फिल्म हालांकि मौजूदा राष्ट्रपति के बजाय पूर्व राष्ट्रपतियों के नामों के साथ शुरू होती है।