पनामा पेपर्स मामले को लेकर बच्चन परिवार की टेंशन बढ़ गई है। अभिषेक बच्चन की पत्नी और बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन को आज दिल्ली में ईडी के सामने पेश होना था। सूत्रों के मुताबिक, ऐश्वर्या राय की पेशी दिल्ली स्थित लोकनायक भवन में होनी थी। लेकिन उन्होंने आज ईडी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया है। इस बात की जानकारी ईडी ने दी है। हालांकि, अब ईडी की तरफ से जल्द ही एक नया समन ऐश्वर्या राय बच्चन को जारी किया जाएगा।
ईडी ने फेमा के तहत ऐश्वर्या राय को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए दिल्ली मुख्यालय बुलाया था। लेकिन ऐश्वर्या राय ने खत लिखकर ईडी को बताया है कि वह पेश नहीं हो पाएंगी। अब प्रवर्तन निदेशालय नया नोटिस जारी करेगा। ईडी ने इस मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2022 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया है। इससे पहले भी दो मौकों पर ऐश्वर्या राय ईडी के सामने पेश होने पर असमर्थता जता चुकी हैं।
दरअसल, साल 2016 में पनामा के लॉ फॉर्म के कागज लीक हो गए थे, जिसमें विश्व के कई बड़े नेता, व्यापारी और फिल्म जगत से जुड़े लोगों के नाम सामने आए थे। लीक हुए इन पेपर्स में भारत के करीब 500 लोगों के नाम शामिल थे। इसमें बच्चन परिवार भी शामिल था। खुलासे से जुड़ी एक रिपोर्ट के मुताबिक अभिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का निर्देशक बनाया गया था। ये कंपनियां करोड़ों के कारोबार में शामिल पाई गई थीं। वहीं, ऐश्वर्या को भी अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, उनके माता-पिता भी कंपनी में पार्टनर थे।
सरकार के मुताबिक पनामा एवं पैराडाइस पेपर्स लीक में भारत से जुड़े 930 प्रतिष्ठानों के नाम सामने आए हैं जिसमें से पनामा पेपर्स मामले में भारत के करीब 500 लोगों के शामिल होने की बात सामने आ चुकी है। इन लोगों पर टैक्स चोरी का आरोप है। सरकार के मुताबिक पनामा और पैराडाइस पेपर्स लीक मामले के संदर्भ में 20,353 करोड़ रूपये के बिना खुलासे वाले रिण का पता लगा है। वहीं, पनामा एवं पैराडाइस पेपर्स लीक में करीब 153.88 करोड़ रूपये की कर वसूली की जा चुकी है।